लोकसभा चुनाव में महायुति गठबंधन में बीजेपी की सहयोगी एनसीपी (अजित पवार) ने चार सीटों पर चुनाव लड़ा और एक सीट पर जीत मिली। वहीँ, पहली बार सांसदी का चुनाव लड़ने वाली सुनेत्रा पवार को वरिष्ठ नेता शरद पवार की बेटी सुप्रिया सुले से बारामती में हार का सामना करना पड़ा।
प्रफुल्ल पटेल, छगन भुजबल समेत एनसीपी के शीर्ष नेताओं के साथ सुनेत्रा पवार आज दोपहर में मुंबई में विधान भवन पहुंचीं। उन्होंने 25 जून को होने वाले राज्यसभा उपचुनाव के लिए नामांकन दाखिल किया। इस राज्यसभा सीट के लिए 25 जून को मतदान होना है। राज्यसभा की इस सीट का कार्यकाल 4 जुलाई 2028 तक है।
प्रफुल्ल पटेल ने दिया था इस्तीफा
महाराष्ट्र में राज्यसभा की दो सीटें केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल और एनसीपी नेता प्रफुल्ल पटेल के इस्तीफे से खाली हुई हैं। गोयल मुंबई से लोकसभा चुनाव जीते है। वहीँ, कुछ महीने पहले पटेल ने दूसरी राज्यसभा सीट से निर्वाचित होने के बाद पहली सीट छोड़ दी थी। उस सीट का कार्यकाल 2028 तक है। इसलिए चुनाव आयोग ने पटेल द्वारा खाली की गई राज्यसभा सीट के लिए चुनाव की घोषणा की। नए राज्यसभा सांसद का चुनाव राज्य के विधायकों द्वारा किया जाएगा और एनसीपी के पास दो सत्तारूढ़ सहयोगियों बीजेपी और शिवसेना की मदद से सीट जीतने की पूरी ताकत है। यानी सुनेत्रा पवार का राज्यसभा जाना तय है। राज्यसभा की इस खाली सीट के लिए अजित पवार की पत्नी सुनेत्रा के अलावा उनके बेटे पार्थ पवार का नाम भी चर्चा में था।
पार्टी के हित में फैसला- भुजबल
एनसीपी के वरिष्ठ नेता व महाराष्ट्र के मंत्री छगन भुजबल ने कहा, “पार्टी के कोर ग्रुप के सदस्यों ने सर्वसम्मति से सुनेत्रा पवार को राज्यसभा सीट देने का फैसला किया है। मेरे सहित कई लोग यह राज्यसभा सीट चाहते थे लेकिन चर्चा के बाद हमने फैसला किया है कि सुनेत्रा पवार को राज्यसभा भेजा जाना चाहिए। मैं इस फैसले से बिल्कुल भी निराश नहीं हूं। हमने यह फैसला पार्टी के लिए लिया है।”