ज्ञात हो कि अमरावती में 54 साल के केमिस्ट उमेश कोल्हे की 21 जून को हत्या की गई थी। पुलिस ने इस मामले में अबतक 6 लोगों को गिरफ्तार किया है। यह पूरी घटना राजस्थान के उदयपुर में एक टेलर कन्हैयालाल के मर्डर से एक सप्ताह पहले हुई थी। इस मामले को लेकर अब देश का सियासी पारा गरमा गया है। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने एनआईए को केस की जांच करने का निर्देश दिया है।
इस मामले की जांच इससे पहले महाराष्ट्र एटीएस कर रही थी। इस मामले में शिवसेना से बागी हुए दीपक केसरकर ने एक बयान में कहा है कि मामले में कानूनी एक्शन लिया जाएगा। जबकि अमरावती में स्थानीय भाजपा नेताओं ने पुलिस थाने में एक पत्र सौंपा है। जिसमें कहा गया है कि उमेश ने सोशल मीडिया पर नूपुर शर्मा के सपोर्ट में पोस्ट किया था। जिसके कारण बदला लेने और एक मिसाल कायम करने के लिए उसकी हत्या की गई है।
पुलिस ने अनुसार मुख्य आरोपी इरफान खान ने उमेश कोल्हे की हत्या की साजिश रची थी। जिसमें पांच अन्य लोगों भी शामिल थे। इरफान ने अन्य पांचों आरोपियों को 10-10 हजार रुपये देने और भागने के लिए एक कार देने की बात कही थी।
उल्लेखनीय है कि यह पूरी घटना 21 जून को रात 10 बजे के बाद हुई थी। जब उमेश अपनी दुकान बंद करके बाइक से घर लौट रहे थे। पुलिस द्वारा प्राप्त जानकारी के अनुसार उमेश जैसे ही महिला कॉलेज के गेट के पास पहुंचे बाइक सवार दो लोगों ने उसका रास्ता रोका। इसी दौरान एक शख्स बाइक से उतरा और उसनें उमेश की गर्दन पर धारदार हथियार से हमला कर दिया। फिर मौके से तत्काल फरार हो गया। खून से लथपथ उमेश सड़क पर गिरा हुआ था। उसे नजदीक के संकेत अस्पताल ले जाया गया जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।