सिडको ने पुन: इस सेवा को शुरू करने का फैसला किया है। नेरुल से भाऊचा धक्का तक जल मार्ग सेवा के लिए जेट्टी बनाई जा रही है। मुंबई में यातायात समस्या दिन-प्रतिदिन जलिट होती जा रही है। सरकार मेट्रो और मोनो जैसे विकल्पों को शुरू करने में जुटी है। किफायती सेवा के रूप में जल यातायात के विकल्प पर गंभीरता से विचार किया जा रहा है।
20 से 22 सीट वाले होवरक्रॉफ्ट
सिडको प्रशासन ने 20 से 22 सीट वाले होवरक्रॉफ्ट सेवा में लगाने का निर्णय किया है। वाशी में इसके लिए टर्मिनल बनाया गया है, जिसकी हालत खराब है। चूंकि बीस साल पहले शहर की आवश्यकता को देखते हुए सिडको ने यह सेवा शुरू की थी। इससे मुंबई में काम करने वाले नवी मुंबई में रहने वाले सैकड़ों यात्रियों को फायदा हो रहा था।
जून तक शुरू हो सकती है सेवा
पहले होवरक्रॉफ्ट सेवा का संचालन निजी कंपनी कर रही थी। सिडको के प्रबंध निदेशक लोकेश चंद्र ने इस सेवा को फिर से शुरू करने के लिए सर्वेक्षण का आदेश दिया है। बुनियादी ढांचे के निर्माण के बाद सिडको अगले साल जून तक यह सेवा फिर से शुरू कर सकती है। पहले यह सेवा वाशी से गेट वे ऑफ इंडिया के लिए शुरू होगी। यात्रियों का अच्छा समर्थन मिला तो यह बेलापुर तक बढ़ा दी जाएगी।