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भाजपा की शिकस्त से बढ़ा महाराष्ट्र कांग्रेस का मनोबल

locationमुंबईPublished: Dec 14, 2018 10:43:08 pm

Submitted by:

arun Kumar

उत्साह: राजस्थान, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में मिली जीत से कांग्रेस नेता गदगदभाजपा को हराने के लिए एकजुटता के साथ मैदान में उतरेगी कांग्रेस

BJP's defeat increases BJP's morale

BJP’s defeat increases BJP’s morale

रोहित के. तिवारी

मुंबई. राजस्थान, मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ में मिली जीत के बाद महाराष्ट्र के कांग्रेस नेताओं और कार्यकर्ताओं का मनोबल बढ़ा है। विधानसभा चुनाव २०१८ में राजस्थान में भाजपा को मुंह की खानी पड़ी, वहीं १५ वर्षों से मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ की सत्ता पर काबिज रही भाजपा की करारी हार हुई है। मुंबई समेत महाराष्ट्र में अपना जनाधार बढ़ाने के लिए कांग्रेस ताबड़तोड़ जनसंघर्ष यात्राएं कर रही है। अगले साल होने वाले आम चुनाव और विधानसभा चुनाव के मद्देनजर रूठे हुए अपनों को मनाने के साथ ही भाजपा की जनविरोधी नीतियों को घर-घर पहुंचाने का काम पार्टी युद्ध स्तर पर करेगी। उत्तर प्रदेश के बाद महाराष्ट्र में लोकसभा की सबसे ज्यादा 48 सीटें हैं। इसे देखते हुए प्रदेश कांग्रेस अपनी तरफ से कोई कसर बाकी नहीं छोडऩा चाहती। सूत्रों का कहना है कि पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी भी जल्दी ही महाराष्ट्र में सक्रिय होनेवाले हैं। पार्टी के भीतर गुटबाजी को खत्म करने के प्रयास भी किए जा रहे हैं। माना यही जा रहा कि अगले साल के चुनाव में कांग्रेस पूरी ताकत के साथ मैदान में उतरेगी।
राजनीतिक जानकारों की मानें तो लोकसभा और विधानसभा चुनाव से पहले मुंबई कांग्रेस में बदलाव भी किए जा सकते हैं। कांग्रेस नेता मानते हैं कि राज्य में भाजपा-शिवसेना को हराने के लिए राष्ट्रवादी कांग्रेस के साथ बेहतर समन्वय के साथ ही समान विचारधारा वाले दलों का गठजोड़ बनाना होगा।
आलाकमान के फैसले पर नजर

जहां तक मुंबई कांग्रेस का सवाल है तो वह गुटबाजी की शिकार है। इसी कड़ी में कुछ नेता मुंबई कांग्रेस अध्यक्ष संजय निरुपम को हटाने की दिशा में प्रयास कर रहे हैं। निरुपम के खिलाफ शिकायतें पार्टी आलाकमान तक पहुंचाई गई हैं। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि राहुल गांधी क्या फैसला करते हैं। वैसे यह तय माना जा रहा कि आलाकमान ने निरुपम को मुंबई कांग्रेस अध्यक्ष के पद से हटाया तो उन्हें दिल्ली में कोई बड़ी जिम्मेदारी मिल सकती है। मुंबई कांग्रेस अध्यक्ष की रेस में पूर्व केंद्रीय मंत्री मिलिंद देवड़ा का नाम भी शामिल है।
&गुटबाजी भूल कर कांग्रेस कार्यकर्ताओं को अपने लक्ष्य पर ध्यान देना होगा। महाराष्ट्र में हर कार्यकर्ता को खुद को साबित करने का समय आ गया है। केंद्र सरकार की नाकामी के साथ ही बेरोजगारी, राज्य में सूखा, किसानों की कर्ज माफी जैसे मुद्दों के बारे में जनता को जागरूक करना होगा। साथ ही महाराष्ट्र के बेहाल उद्योग-धंधों की अनदेखी करते हुए गुजरात के विकास को प्राथमिकता देने से जुड़ी केंद्र सरकार की नीति के बारे में भी लोगों को सजग करना होगा।
– प्रियंका, चतुर्वेदी, कांग्रेस की राष्ट्रीय प्रवक्ता
&तीन राज्यों में मिली सफलता से कांग्रेस कार्यकर्ताओं का मनोबल बढ़ा है। किसानों की परेशानी और बेरोजगारी जैसे मुद्दों केे साथ हम जनसंपर्क कर रहे हैं। केंद्र के साथ ही महाराष्ट्र में भाजपा सरकार की विफलताएं भी हम लोगों को बता रहे हैं। भाजपा को उसका अहंकार ही खा रहा है।
– सचिन सावंत, प्रदेश कांग्रेस महासचिव
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