पिछले दिनों राज ठाकरे के साथ पूर्व मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस की मुलाकात ने इन चर्चाओं को बल दिया है कि भाजपा महाराष्ट्र में अपने नए साथी की तलाश में जुट चुकी है।
Maharashtra Political News : जीत कर हारने वाली भाजपा के लिए महाराष्ट्र ये हो सकते हैं नए बाजीगर?
मुंबई. हार कर जीतने वाले को बाजीगर कहते हैं, लेकिन जीत कर हारने वाले को क्या कहते हैं? फिलहाल भाजपा में यह बातें गहन मंथन का बन गई है। उद्धव सरकार के एक-एक दिन महाराष्ट्र में भाजपा नेताओं के लिए भारी पड़ रहा है। भले वे विपक्ष में बैठे हो, लेकिन उनकी नजर फिर से सत्ता में वापस आने पर टिकी है। रामदास आठवले के साथ अब आगे किसके साथ गठजोड़ किया जाए, पार्टी इसके लिए अपने थिंक टैंक को काम पर लगा चुकी है। भाजपा के रणनीतिकार अपनी योजना पर सक्रिय भी हो चुके हैं।
पिछले दिनों राज ठाकरे के साथ पूर्व मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस की मुलाकात ने इन चर्चाओं को बल दिया है कि भाजपा महाराष्ट्र में अपने नए साथी की तलाश में जुट चुकी है। महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस की कुछ दिन पूर्व मनसे प्रमुख राज ठाकरे के साथ बंद कमरे में मुलाकात हुई। इस मुलाकात को लेकर राजनीतिक गलियारों में दोनों दलों के साथ आने की चर्चाओं ने जोर पकड़ लिया। इस मुलाकात के बारे में फडणवीस ने कहा कि फिलहाल राज ठाकरे की पार्टी से गठबंधन संभव नहीं है। यदि वे अपनी विचारधारा बदलते हैं तो गठबंधन संभव है। महाराष्ट्र में शिवसेना से भाजपा की दोस्ती टूटने के बाद अब भाजपा नए दोस्त को चुनने में सावधानी बरत रही है।
फडणवीस ने कहा कि उनकी और राज ठाकरे की मुलाकात तो होती रहती है, इसमें कुछ भी नया नहीं है। उन्होंने साफ किया कि राज के साथ गठबंधन के संबंध में कोई बातचीत नहीं हुई है। फडणवीस ने स्पष्ट किया कि भाजपा और राज की विचारधारा अलग-अलग है। मनसे अपनी विचारधारा बदलती है तो गठबंधन को लेकर चर्चा हो सकती है।