इसी तरह का एक मामला रसों में केमिकल पदार्थ मिलाकर आम रस बनाते हैं। आम रस में केमिकल मिलावट का पर्दाफाश महाराष्ट्र अन्न व औषध प्रशासन (एफडीए) विभाग ने किया है।
आम रस में केमिकल मिलाए जाने की जानकारी मिलने के बाद एफडीए की ओर से मुलुंड के राज इंडस्ट्रियल इस्टेट स्थित विजय स्टोर्स नामक आम रस बनाने के कारखाने पर छापा मारा गया। यहां पर एफडीए अधिकारियों ने 8.87 लाख रुपए मूल्य के 3,425 किलो आम के साथ ही आम रस में मिलाने के लिए रखा गया केमिकल पदार्थ भी बरामद किया।
आम रस में केमिकल मिलाए जाने की जानकारी मिलने के बाद एफडीए की ओर से मुलुंड के राज इंडस्ट्रियल इस्टेट स्थित विजय स्टोर्स नामक आम रस बनाने के कारखाने पर छापा मारा गया। यहां पर एफडीए अधिकारियों ने 8.87 लाख रुपए मूल्य के 3,425 किलो आम के साथ ही आम रस में मिलाने के लिए रखा गया केमिकल पदार्थ भी बरामद किया।
जांच के लिए लैब भेजा गया नमूना
एफडीए ने मुलुंड के कारखाने में तैयार आम रस के कुछ नमूनों को प्रयोगशाला में जांच के लिए भेजा है। रस में यदि तय मात्रा से अधिक केमिकल पाया गया तो पांच लाख रुपए जुर्माना हो सकता है। साथ ही आरोपियों को जेल की सजा भी हो सकती है।
आम का खुला रस न खरीदें उपभोक्ता
एफडीए के सहायक आयुक्त शैलेश आढाव ने उपभोक्ताओं को नसीहत दी है कि वे आम का खुला रस न खरीदें।
उनका कहना है कि अच्छी कंपनी का पैकिंग किया हुआ कोई भी पदार्थ खरीदेंगे तो वह सेहत के लिए ठीक रहेगा। कम आम से अधिक रस बनाने के लिए केमिकल का इस्तेमाल किया जाता है, जो कि स्वास्थ्य के लिए ठीक नहीं है।