आयुक्त ने बीएमसी क्षेत्र की नदियों व बड़े और छोटे नालों, रास्तों के किनारे बनी नालियों आदि की सफाई का जायजा लिया। पानी जमा होने की जगह और पानी जमा होने का समय कम करने और पानी को बाहर निकालने की तैयारी, कर्मचारियों का नियोजन, मैनहोल को ढकना और उस पर जाली लगाने आदि के बारे में चर्चा की गई।
मीठी नदी (21.35 किमी लंबी) से बारिश के पहले 90 हजार 426 टन कीचड़ निकालना है। इसमें से 44 हजार 946 टन कीचड़ निकाला गया। शहर के बड़े नालों (20.9 किमी) से 28 हजार 124 टन कीचड़ निकालना है, जिसमें से 11 हजार 536 टन कीचड़ निकाला गया है। पूर्व उपनगरों से (93.18 किमी) 80 हजार 947 टन कीचड़ निकालना है, जिसमें से 41 हजार 783 टन निकाला गया है।
यह अधिकारी बैठक में हुए शामिल
बैठक में अतिरिक्त आयुक्त (शहर) आबासाहेब जरहाड, अतिरिक्त आयुक्त (परियोजना) प्रवीण दराडे, अतिरिक्त आयुक्त (पश्चिम उपनगर) डॉ. अश्विनी जोशी, उपायुक्त रमेश और अन्य लोग उपस्थित थे।
छोटे नालों में से 30 अप्रैल तक शहर में (40.73 किमी) बरसात के पहले 1.12 लाख टन कीचड़ निकालना है। इसमें से केवल 2 हजार 60 टन कीचड़ निकाला गया। पूर्व उपनगरों से (216.05 किमी) 70 हजार 450 टन कीचड़ निकालना है, जिसमें से 13 हजार 686 टन निकाला गया है। पश्चिमी उपनगरों में (181.32 किमी) 1.24 लाख टन कीचड़ निकालना है, जिसमें से 26 हजार 179 कीचड़ निकाला गया। कुल मिला कर 438.09 किमी में 2.06 लाख टन कीचड़ निकालना है, जिसमें से 41 हजार 925 टन कीचड़ निकाला गया।
बैठक में एमएमआरडीए के साथ समन्वय स्थापित करने का निर्देश दिया गया। इसके तहत एमएमआरडीए, मुंबई मेट्रो आदि के कार्यों के समय निकलने वाले कीचड़ आदि को नष्ट करने का कार्य उचित तरीके से हो रहा है या नहीं, इसकी निगरानी का निर्देश सहायक आयुक्त को दिया है। इसके अलावा बीएमसी के 24 विभाग में खतरनाक इमारतों की जानकारी लेकर उचित कार्रवाई करने का निर्देश आयुक्त ने दिया।