कांग्रेस नेता नाना पटोले ने शनिवार को कहा कि जो लोग सावरकर पर टिप्पणी के लिए राहुल गांधी की आलोचना कर रहे हैं, उन्हें पहले यह बताना चाहिए कि हिंदुत्व विचारक को अंग्रेजों से 60 रुपये की पेंशन क्यों मिलती थी। वीर सावरकर पर टिप्पणी को लेकर राहुल गांधी की हो रही आलोचना के बारे में पूछे जाने पर पटोले ने कहा, ‘‘जिन लोगों ने राहुल गांधी की सावरकर पर उनकी टिप्पणी के लिए आलोचना की, उन्हें पहले जवाब देना चाहिए कि उन्हें अंग्रेजों से 60 रुपये की पेंशन क्यों मिलती थी।’’
गौरतलब जो कि राहुल गांधी ने गुरुवार को महाराष्ट्र के अकोला (Akola) में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान आरोप लगाया था कि सावरकर ने आजादी से पहले अंग्रेजों के सामने माफीनामे पर हस्ताक्षर करके महात्मा गांधी, जवाहरलाल नेहरू और सरदार पटेल जैसे नेताओं को धोखा दिया था। उन्होंने दावा किया कि सावरकर ने अंग्रेजों की मदद की थी और भय के चलते उन्हें दया याचिका लिखी थी। उनके इस बयान से एक नया विवाद उत्पन्न हो गया है। यहाँ तक कि महा विकास आघाड़ी (एमवीए) गठबंधन में कांग्रेस की सहयोगी शिवसेना (उद्धव गुट) ने भी नाराजगी जताई।
उद्धव ठाकरे नीत शिवसेना के प्रमुख नेता संजय राउत ने शुक्रवार को कहा कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने उन्हें फोन किया था और दोनों ने इस मुद्दे पर लंबी बातचीत की। राउत ने मीडिया से कहा था कि सावरकर के खिलाफ कोई भी अपमानजनक बयान शिवसेना के लिए स्वीकार्य नहीं है।