उल्लेखनीय है कि राकांपा महागठबंधन में राकांपा को शामिल करने की पैरवी कर रही है। पार्टी के वरिष्ठ नेता अजीत दादा पवार ने इस पर विचार के लिए कांग्रेस से अनुरोध किया है। कयासबाजी को तब और बल मिला, जब राकांपा सुप्रीमो शरद पवार के पास मुलाकात के लिए ठाकरे पहुंचे थे। चव्हाण के बयान के बाद राकांपा को भी लगने लगा है कि महागठबंधन में मनसे को अब प्रवेश नहीं मिलेगा।
भाजपा को हराना हमारा लक्ष्य—कांग्रेस
चव्हाण ने शुक्रवार को पत्रकारों के साथ बातचीत में कहा कि कांग्रेस और मनसे के बीच वैचारिक मतभेद हैं। इसलिए ऐसी पार्टी को महागठबंधन में शामिल करना मुश्किल है। उन्होंने उम्मीद जताई कि प्रकाश आंबेडकर का वंचित बहुजन संगठन महागठबंधन में शामिल होगी। हमारा लक्ष्य भाजपा को हराना है। मतों का विभाजन रोकने के लिए वंचित बहुजन गठबंधन को हमारे महागठबंधन मेंं शामिल होना चाहिए।