शिवसेना छोड़ कर आए थे शिवसेना छोडक़र कांग्रेस में आए धानोरकर की जीत ने कांग्रेस की लाज भी बचाई है। अब वे शराब बंदी हटाने की मांग कर रहे हैं। उल्लेखनीय है कि राज्य की भाजपा सरकार विदर्भ क्षेत्र में शराब बंदी का समर्थन करती है। भाजपा के नेताओं की मांग पर ही इस क्षेत्र में शराब को बंदी की गई है। यहां शराब बेचना अपराध है। इस क्षेत्र में शराब बंदी को लेकर कई नियम है , यहां महिलाओं ने 50 प्रतिशत से आधी की संख्या में शराब बंदी के प्रस्ताव पर मुहर लगाई था। हालांकि पुरुषों ने शराब बंदी के फैसले का विरोध था।