3 लेवल में अनलॉक
संक्रमितों की संख्या में कमी को देखते हुए राज्य सरकार ने पांच लेवल की अनलॉक प्रक्रिया घोषित की थी। जून से इस पर अमल हो रहा था। मुंबई और आसपास के क्षेत्र लेवल तीन में रखे गए थे। सार्वजनिक परिवहन सेवा से जुड़ी बसों में सीट बराबर यात्री ले जाने की अनुमति थी। महानगर की लाइफलाइन मानी जाने वाली लोकल ट्रेन में आम लोगों को सफर की अनुमति नहीं थी। अब अनलॉक प्रक्रिया तीन लेवल में होगी। इसमें सख्ती ज्यादा, छूट कम मिलेगी। नियमों में बदलाव बाबत अधिसूचना शुक्रवार शाम मुख्य सचिव सीताराम कुंटे ने जारी की।
हल्के में न लें
महाराष्ट्र कोविड टास्क फोर्स ने स्वास्थ्य विभाग से कहा है कि डेल्टा+को हल्के में न लें। अभी से सतर्कता बरतने की जरूरत है। यह वायरस तेजी से फैल सकता है। संक्रमितों की संख्या बढऩे में समय नहीं लगेगा। इसे देखते हुए सरकार ने राज्य में सख्ती बढ़ाने का फैसला किया है।
अप्रेल में पहला केस
देश में वायरस के डेल्टा+वैरिएंट का पहला केस अप्रेल में महाराष्ट्र में मिला था। रत्नागिरी और जलगांव के संक्रमितों में इसके सैंपल मिले थे। टोपे ने बताया कि रत्नागिरी में नौ, जलगांव में सात, मुंबई , ठाणे, पालघर और सिंधुदुर्ग में इसके एक-एक सहित पूरे राज्य में अब तक 21 केस मिले हैं। इनमें एक संक्रमित की मौत हो गई।