परेशान करने के लिए केस
मर्चेंट ने कहा कि पुलिस ने मामले में तीन धाराएं जोड़ी हैं ताकि राणा दंपती को परेशान किया जा सके। एक मामले में जमानत के बाद दूसरे में उन्हें घेरा जा सके। वकील ने यह भी कहा कि राणा की शिकायत पर पुलिस ने अपनी मर्जी से एफआइआर बनाई है। एफआइआर में उन चार लोगों के नाम नहीं हैं, जिनका जिक्र सांसद और विधायक ने किया है।
मुख्यमंत्री ने फंसाया
बांद्रा कोर्ट से बाहर निकलने पर विधायक राणा ने कहा कि मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने हमें फर्जी केस में फंसाया है। हनुमान चालीसा का पाठ करना या जयश्री राम बोलना कोई अपराध नहीं है। रावण का अहंकार भी नहीं टिका था। सांसद नवनीत ने कहा कि हमारी लड़ाई जारी रहेगी।