एफवाईजेसी एडमिशन 2019 प्रक्रिया शुरू, ऐसे करें अप्लाई
कॉमत पॉलिसी से बढेंगी दिक्कतें, छात्रों का पाठ्यक्रम हो कम…
वहीं सिसकॉम की चीफ वैशाली बाफना की मानें तो राज्य में चल रहे तीनों प्रमुख बोर्ड की स्थितियां अलग अलग हैं, जिसके लिए अलग से रणनीति बनाने की जरूरत है। तभी एफवाईजेसी के छात्रों को लाभ मिल सकेगा। उन्होंने आगे बताया कि सरकार को एक प्लान के साथ सामने आना चाहिए, ताकि किसी भी छात्र को अतिरिक्त लाभ न मिल सके। दरअसल, महाराष्ट्र में अन्य बोर्डों के छात्रों की संख्या काफी कम है। ऐसे में सरकार की कॉमन पॉलिसी बनने पर बहुत ज्यादा लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है। अभिभावकों की ओर से देश की मौजूदा स्थिति को देखते हुए शिक्षा विभाग से मांग की गई है कि पहली से 12वीं तक के छात्रों का पाठ्यक्रम कम किया जाए, ताकि उनकी जेब पर ज्यादा बोझ न पड़े।