मुंबई क्राइम ब्रांच यूनिट 12 ने शिकायतकर्ता आशीष निरंजन चोकसी को गिरफ्तार किया है | आशीष चोकसी ने आरे पुलिस स्टेशन में शिकायत की कि वह 2 अगस्त को दोपहर 12.40 बजे गोरेगांव बॉम्बे एक्जिबिशन सेंटर से रिक्शा पकड़ कर आरे कालोनी के युनिट-5 नंबर से जा रहे थे | इस दौरान कार में सवार 3 लोगों ने रिक्शा रोक कर उनका अपहरण कर लिया | उसके बाद कार में मारपीट कर उसके पास के 40 हजार रुपए, सोने की अंगूठी, चेन, घड़ी लूट कर वर्सोवा के खाड़ी के पुल के पास उन्हें फेंक कर फरार हो गए | क्राइम ब्रांच के अधिकारियों ने दिन दहाड़े अपहरण एवं लूट के मामले को काफी गंभीरता से लेते हुए संयुक्त पुलिस आयुक्त संतोष रस्तोगी और पुलिस उपायुक्त अकबर पठान के मार्गदर्शन में क्राइम ब्रांच युनिट-12 के प्रभारी पुलिस निरीक्षक सुनिल जाधव, पुलिस निरीक्षक सचिन गवस, सहायक पुलिस निरीक्षक विक्रम सिंह कदम, अतुल आव्हाड, हवलदार मुरलीधर कारंडे, कृष्णा कदम , शांताराम भूसारा, पुलिस नाइक संतोष बने और मोरे की टीम ने पूरे मामले की गहन छानबीन शुरु कर दी |
सीसीटीवी ने खोला फर्जी अपहरण और लूट की साजिश पुलिस ने शिकायतकर्ता आशीष के बताए गए घटना स्थलों के आस-पास के सीसीटीवी को खंगाला | पुलिस के जांच के दौरान कई सीसीटीवी फुटेज मिले, लेकिन उसमें कहीं भी संदिग्ध कार दिखायी नहीं दी. पुलिस के हाथ एक सीसीटीवी फुटेज लगा, जिसमें वह खुद रिक्शा से उतरते हुए दिखायी दे रहा था | पुलिस को सीसीटीवी फुटेज से उस रिक्शा का नंबर मिल गया | जिससे सफर करते समय आशीष ने अपहरण किए जाने की बात कही थी | पुलिस रिक्शा नंबर के आधार पर चालक तक पहुंची और उससे पूछताछ किया | जिसमे रिक्शा चालक ने बताया कि जब वह आशीष को आरे कालोनी से लेकर वर्सोवा छोड़ा तो उस बीच में कोई अपहरण की वारदात नहीं हुई | इसके बाद पुलिस ने आशीष से कड़ाई से पूछताछ किया | जिसके बाद उसने अपहरण और लूट की झूठी कहानी बनाने की बात कबूल की | आशीष ने अपनी कंपनी के मालिक को डराने के लिए वह कंपनी का 40 हजार रुपए हड़पना चाहता था |