फिर बताई हनुमान जी की जातिहनुमान को ब्राह्मण बताया, कहा -सीता ने उन्हें ब्राह्मण बताया था
Decision will come before the Ram temple on January 11: Ram Bhadrachar
कल्याण. जगद्गुरु रामानंदाचार्य स्वामी रामभद्राचार्य ने राम मंदिर निर्माण मुद्दे पर कहा कि उन्हें पूरा यकीन है कि 11 जनवरी से पहले ही राम मंदिर पर कोई न कोई निर्णय जरूर आ जाएगा। उन्होंने दावा किया कि नए साल में 11 जनवरी के पहले अदालत का फैसला, आम सहमति या अध्यादेश जैसे तीन मामलों में किसी न किसी एक पर सहमति जरूर बनेगी। स्वामी रामभद्राचार्य ने शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे के बयान कि पहले मंदिर फिर सरकार की सराहना की। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार को साढ़े चार साल हो गए, लेकिन मंदिर नहीं बना। उन्होंने कहा कि उद्धव ठाकरे सही कह रहे हैं, कि पहले मंदिर फिर सरकार बननी चाहिए। अयोध्या में धर्म संसद के दौरान दिए गए एक बयान के जबाब में रामभद्राचार्य ने कहा कि प्रधानमंत्री से मेरी बात नहीं हुई थी, बल्कि केन्द्र के एक वरिष्ठ मंत्री से हमारी बात हुई थी और मैं दावे के साथ कह सकता हूं कि 11 दिसम्बर और 11 जनवरी 2019 के बीच राम मंदिर के मुद्दे पर कोई न कोई निर्णय जरूर आ जाएगा।
हनुमानजी थे ब्राह्मण रामभद्राचार्य ने कहा कि हनुमान जी दलित नहीं थे, वे वर्णत: ब्राह्मण थे। उनकी वेशभूषा आदिवासी की जरूर थी लेकिन, वह ब्राह्मण थे। उन्होंने कहा कि हम सिद्ध कर देंगे और वाल्मीकि रामायण के श्लोक संख्या-144 में हनुमान जी का वर्णन भी है। सीताजी ने खुद कहा है कि हनुमानजी आर्य हैं और आर्यों में भी ब्राह्मण हैं।