कार्यकर्ता भाजपा सरकार की नाकामियों को जनता तक पहुंचाए। उन्होंने कहा कि जिलेभर में भाजपा के कुशासन के विरुद्ध आन्दोलनात्मक रवैया शुरू करों। संगठन को मजबूत करने के लिए पदाधिकारी एकजुट होकर कार्य करें।
कार्यकर्ताओं में उभरा मतभेद इस दौरान बैठक में कुछ कार्यकर्ताओं ने कहा कई पदाधिकारी पद लेने के बाद गुम हो जाते हैं। क्षेत्र में उनकी निष्क्रियता के कारण पार्टी को नुकसान हो रहा है। इसके अलावा कुछ वरिष्ट पदाधिकारियों का पूरा साथ नहीं मिलने से कार्यकर्ताओं का मनोबल टूट रहा है।
बैठक में महिला कांग्रेस प्रकोष्ठ, सेवादल, युवक कांग्रेस व एनएसयूआई सहित समस्त प्रकोष्ठों के अध्यक्षों की उपस्थिति में संगठन की ओर से संचालित गतिविधियों की समीक्षा की गई। उन्होंने इन गतिविधियों को और मजबूत बनाने पर बल दिया। बैठक में महिला कांग्रेस जिलाध्यक्ष निर्मला सिंघल, अजय बणसिया, प्रमेन्द्र सिहाग, नवीन सिल्लू, नरेश गोदारा, भरत सुंडा, सुरेन्द्र सिंघल, नरेन्द्र, युसूफ खां, अमरसिंह वर्मा, अमित मोयल, मो.रफीक चौहान, वाहिद गौरी व हेतराम मेघवाल आदि मौजूद थे।