शिवसेना नेता संजय राउत के मुंबई आवास पर ईडी के छापे पर मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा “इसकी जांच चल रही है। अगर उन्होंने कुछ गलत नहीं किया है तो वे डर क्यों रहे हैं? वह एक बड़े महाविकास अघाड़ी (MVA) नेता थे। किसी को हमारी पार्टी में इसलिए नहीं आना चाहिए क्योंकि उनको ईडी से डर लगता है।”
केंद्रीय एजेंसी की कार्रवाई का बचाव करते हुए एकनाथ शिंदे ने कहा “ईडी ने पहले भी जांच की थी। अगर ईडी केंद्र सरकार के डर से काम करती है तो सुप्रीम कोर्ट को इस पर कार्रवाई करनी चाहिए।“ उन्होंने आगे कहा कि ईडी सिर्फ अपना काम कर रही है।
मीडिया के एक सवाल पर मुख्यमंत्री शिंदे ने कहा “गिरफ्तारी होगी या नहीं मुझे नहीं पता, जांच चल रही है, मैं वहां का अधिकारी नहीं हूं. जांच पूरी होने दीजिए. उन्होंने (संजय राउत) खुद को निर्दोष बताया हैं. वे कह रहे थे मैं जांच का सामना करूंगा। फिर उन्हें वह क्यों डरे है। जो होना है होने दो। वह महाविकास अघाड़ी के बड़े नेता थे। इसलिए हर सुबह 9 बजे उनका बयान आता था।"
गौरतलब है कि ईडी ने आज की कार्रवाई से पहले राउत के खिलाफ कई समन जारी किए थे, उन्हें 27 जुलाई को भी तलब किया गया था। लेकिन वह नहीं गए। संजय राउत को मुंबई के एक ‘चॉल’ के पुनर्विकास और उनकी पत्नी एवं अन्य सहयोगियों की संलिप्तता वाले लेन-देन में कथित अनियमितताओं से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग के एक मामले में पूछताछ के लिए ईडी ने बुलाया था।
वहीं, संजय राउत ने कुछ भी गलत करने से इनकार किया है और आरोप लगाया है कि उन्हें राजनीतिक प्रतिशोध के लिए निशाना बनाया जा रहा है। उन्होंने ईडी की कार्रवाई के कुछ ही देर बाद ट्वीट किया, ‘‘मैं दिवंगत बालासाहेब ठाकरे की सौगंध खाता हूं कि मेरा किसी घोटाले से कोई संबंध नहीं है। मैं मर जाऊंगा, लेकिन शवसेना को नहीं छोडूंगा।’’