मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, मुंबई से लगभग 2,700 किलोमीटर दूर गुवाहाटी में मौजूद शिंदे खेमें द्वारा एमवीए सरकार से समर्थन वापस लेने के लिए जल्द ही राज्यपाल से संपर्क करने की संभावना है। शिवसेना के बागी विधायक उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने पर जोर दे सकते हैं।
उल्लेखनीय है की शिवसेना से विद्रोह करने वाले कम से कम 39 विधायक गुवाहाटी के होटल रैडिसन ब्लू होटल में भारी सुरक्षा व्यवस्था के बीच मौजूद है। पार्टी के असंतुष्ट विधायक अब भी शिवसेना का हिस्सा होने का दावा कर रहे है और पार्टी का एक अलग ब्लॉक बनाने की तैयारी में है। शिंदे ने शिवसेना के दो-तिहाई से अधिक विधायकों का समर्थन होने का दावा किया है। ऐसे में अगर फ्लोर टेस्ट होता है तो शिवसेना प्रमुख व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाले एमवीए सरकार का गिरना तय है।
रविवार को बागी विधायक दीपक केसरकर ने कहा कि शिंदे खेमा महाराष्ट्र विधानसभा में फ्लोर टेस्ट का सामना करने के लिए तैयार है, लेकिन वह अपने गुट के लिए मान्यता चाहता है। उन्होंने स्पष्ट किया कि असंतुष्ट विधायक एमवीए सरकार का समर्थन नहीं करेंगे। ऐसे में एमवीए सरकार के गिरने की अटकले तेज हो गई हैं।
महाराष्ट्र के बागी विधायकों को सुप्रीम कोर्ट से आज राहत मिली है। शीर्ष कोर्ट ने डिप्टी स्पीकर द्वारा एकनाथ शिंदे समेत 16 बागी विधायकों को अयोग्यता नोटिस पर अपनी लिखित प्रतिक्रिया देने के लिए दिया गया समय 12 जुलाई तक बढ़ा दिया है इसके साथ ही महाराष्ट्र सरकार से शिवसेना के सभी बागी विधायकों और उनके परिवार के सदस्यों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए कहा है।