सब्जियों के निर्यात पर किराया तय करें सरकार
हमेशा से जब भी हापुस आम का सीजन आता है तब-तब किराया बढ़ा दिया जाता है। सरकार के इस ओपन स्कॉय पॉलिसी की वजह से लूटपाट बढ़ गई है, इस पॉलिसी के तहत सोना (गोल्ड) गारमेंट्स जैसे अन्य वस्तुओं पर किराया बढऩा उचित हो सकता है परंतु खाद्य पदार्थो में जैसे आम, अंगूर, लीची, सेव, पाइनएप्पल, वॉटरमेलन, संतरा, कलिंगड, पपीता, सीताफल जैसे आदि फलों के साथ ही शब्जियों में भिंडी, गाजर, करैला, लौकी, आलू, मिर्ची, टमाटर सहित तमाम प्रकार की सब्जियों के निर्यात पर बढ़े किराया को निर्धारित किया जाना चाहिए। साथ ही निर्यात के लिए जगह भी उपलब्ध कराया जाना चाहिए। प्रकाश खक्कर के मुताबिक अमेरिका, लंदन, चाईना, कोरिया, यूरोपीय देश, जापान एवं ऑस्ट्रेलिया में हापुस आम का निर्यात बढ़ रहा है। हालांकि अमेरिका और लंदन में हापुस का निर्यात ज्यादा मात्रा में हो रहा है।