मुंबईPublished: Oct 16, 2019 02:59:51 pm
Arun lal Yadav
Good work: birth to a child in a moving local: आरपीएफ और जीआरपी के जवान महिला को स्टेचर पर उठाकर ले गए। एंबुलेंस न मिलने से परेशान जीआरपी की महिला कर्मचारियों ने महिला को टैक्सी में डालकर कुर्ला के भाभा अस्पताल में भर्ती कराया
चलती लोकल में महिला यात्री ने बच्चे को जन्म दिया
पत्रिका न्यूज नेटवर्क
मुंबई. सेंट्रल रेलवे में मंगलवार दोपहर चलती ट्रेन में एक महिला ने बच्चे को जन्म दिया। कुर्ला स्टेशन उतरने पर महिला और बच्चे के लिए किसी प्रकार की व्यवस्था न मिलने के चलते उन्हें समय पर अस्पताल नहीं ले जाया जा सका, इससे बच्चे की हालत बिगड़ गई। पर बाद में डॉक्टरों के प्रयास से बच्चे और मां की हालत ठीक बताई जा रही है। आरपीएफ-जीआरपी के लोगों ने हमाल और नर्स का काम करने से गुरेज नहीं किया। इसके चलते महिला और बच्चे को राहत मिली।
मिली जानकारी के अनुसार 24 वर्षीय गर्भवती महिला यात्री शबनूर निशा, कस्तूरबा अस्पताल में चेकअप करा कर कुर्ला लौट रही थी। तभी सायन स्टेशन के पास उसे लेबर पेन हुआ और सायन पार करते हुए ही उसने एक बच्चे को जन्म दिया। यात्रियों की मदद से महिला और बच्चे को कुर्ला स्टेशन पर उतारा गया, लेकिन स्टेशन पर एंबुलेंस की सुविधा न होने के चलते महिला और बच्चों को 30 मिनट तक अस्पताल में नहीं ले जाया जा सका। मौके पर हमाल भी मौजूद नहीं थे, इससे निपटने के लिए आरपीएफ और जीआरपी के जवान महिला को स्टेचर पर उठाकर ले गए। एंबुलेंस न मिलने से परेशान जीआरपी की महिला कर्मचारियों ने महिला को टैक्सी में डालकर कुर्ला के भाभा अस्पताल में भर्ती कराया। मौके पर पहुंचे रेल यात्री संघ के अध्यक्ष सुभाष गुप्ता ने रेलवे पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए कहा कि कुर्ला में एंबुलेंस नहोना यात्रियों की सुरक्षा से बड़ा खिलवाड़ है। उन्होंने बताया कि अब बच्चे और मां की तबीयत ठीक है, पर इससे बड़ा नुकसान हो सकता था।