आरपीएफ की कठोरता भी आई काम पिछले वर्ष जनवरी में दादर में नौ मौतें हुईं, इस वर्ष 10 मौतें। पिछले वर्ष फरवरी में 10 मौतें हुईं इस वर्ष 10 लोगों की मौत हुई। इस तरह पिछले वर्ष जनवरी, फरवरी मार्च में दादर से परेल के बीच कुल 30 मौतें हुईं इस वर्ष 25 लोगों की मौत हुई। पांच मौतें कम हुईं। मौतें कम करने के लिए आरपीएफ ने भी कठोर कदम उठाए। आरपीएफ ने पटरी पार करने वाले लोगों के खिलाफ जोरदार मुहिम चलाई। पिछले वर्ष आरपीएफ ने जनवरी, फरवरी और मार्च महीने में 15 लोगों के खिलाफ धारा 147 के तहत कार्रवाई की। इस वर्ष इस अवधि में पिछले वर्ष की तुलना में 10 गुना ज्यादा कार्रवाई करते हुए 150 लोगों पर मामला दर्ज किया गया। इसके साथ ही दादर आरपीएफ ने इस अवधि में आठ जनजागरण कार्यक्रम किए। दादर आरपीएफ के वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक सतीश मेनन का कहना है कि हमने पटरी पार करते हुए होने वाली मौतों को पूरी तरह से बंद करने का बीड़ा उठाया है।