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मतदान वाले सप्ताह में चार दिन की छुट्टी, वोटरों को लेकर राजनीतिक दल परेशान

locationमुंबईPublished: Apr 14, 2019 10:01:10 pm

Submitted by:

arun Kumar

18 अप्रैल के बाद महानगर में चढ़ेगा चुनावी बुखार

Four days leave in polling week, political parties worry about voters

Four days leave in polling week, political parties worry about voters

स्कूल-कॉलेजों में शुरू हुई गर्मी की छुट्टी, गांव जा रहे प्रवासी

मुंबई. रामदिनेश यादव
महाराष्ट्र में लोकसभा चुनाव के लिए 18 अप्रैल को दूसरे चरण का मतदान होगा। इसके बाद ही मायानगरी आसपास के इलाकों में चुनावी पारा चढ़ेगा। हालांकि प्रत्याशी और उनके समर्थक जनसंपर्क में कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं। नुक्कड़ सभाएं भी हो रही हैं। लेकिन बड़े नेताओं की एक भी रैली महामुंबई क्षेत्र में नहीं हुई है। कयास लगाए जा रहे कि 19 अप्रैल से महानगर में चुनाव प्रचार जोर पकड़ेगा। सभी दलों के बड़े नेता फिलहाल उन इलाकों में पूरी ताकत से प्रचार में जुटे हैं, जहां 18 अप्रेल को मतदान होना है। आर्थिक राजधानी में 29 अप्रेल को मतदान होगा। चुनावी दौड़ में शामिल सभी दल अपनी-अपनी जीत का दावा कर रहे हैं। लेकिन वोटिंग वाले सप्ताह में चार दिन की छुट्टी को लेकर प्रत्याशियों के साथ ही राजनीतिक दल परेशान हैं। कोकण और पश्चिम महाराष्ट्र के लोग दो-तीन दिन की छुट्टी का लाभ गांव जाने और घरेलू काम निपटाने के लिए करते हैं। दूसरी तरफ स्कूल-कॉलेजों में गर्मी की छुट्टी शुरू हो गई है। बड़ी संख्या में प्रवासी हिंदी भाषी भी गांव जा रहे हैं। आशंका जताई जा रही है कि छुट्टियों के कारण महानगर में मतदान का औसत घट सकता है। प्रत्याशी भी मतदाताओं से अपील कर रहे हैं कि वोट डालने के बाद ही गांव जाएं।
मतदान के बाद ही जाएं गांव

भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता माधव भंडारी ने कहा कि वोटिंग वाले सप्ताह में सरकारी छुट्टी बड़ी चुनौती है। बड़ी संख्या में लोग घरेलू काम निपटाने के लिए गांव चले जाते हैं। लेकिन हम मतदाताओं से अनुरोध कर रहे हैं कि अपने मताधिकार का इस्तेमाल जरूर करें। मतदाताओं को समझाने के लिए भाजपा ने तो घर-घर अभियान शुरू किया है।
हिंदी भाषी अहम

महाराष्ट्र प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता सचिन सावंत ने कहा कि महामुंबई (मुंबई, ठाणे, कल्याण, भिवंडी, पालघर, नवी मुंबई आदि) में हिंदी भाषी मतदाता निर्णायक भूमिका में हैं। उनके यहां नहीं होने से मतदान का औसत प्रभावित होगा। हम अपने मतदाताओं को रोकने के लिए पूरा प्रयास कर रहे हैं। उनसे अपील कर रहे हैं कि वोट डाल कर ही जाएं।
जागरुकता अभियान

अतिरिक्त मुख्य चुनाव आयुक्त दिलीप शिंदे ने कहा कि चुनाव आयोग प्रचार-प्रसार माध्यमों से लोगों को पहले मतदान करने की अपील कर रहा है। मतदान के महत्व को भी हम समझा रहे हैं। जगह-जगह कैंप लगा कर भी आयोग लोगों को जागृत कर रहा है।
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