मुफ्त यात्रा की कोशिश महंगी पड़ी
मुंबईPublished: Apr 24, 2019 06:11:20 pm
बिना टिकट यात्रा कर रहे यात्रियों से वसूले 13.46 करोड़
मुफ्त यात्रा की कोशिश महंगी पड़ी
मुंबई. पश्चिम रेलवे द्वारा मार्च, 2019 में बिना टिकट/अनियमित टिकट पर यात्रा करने वालों के विरुद्ध सघन अभियान चलाया गया। इसके परिणामस्वरूप बिना बुक किये गये सामान के प्रकरणों सहित बिना टिकट यात्रा/अनियमित यात्रा के लगभग 2 लाख 45 हजार मामले पकड़े गये। इन मामलों में 13.46 करोड़ रु. जुर्माने स्वरूप प्राप्त किये गये, जो पिछले वर्ष की आलोच्य अवधि से 49.87 प्रतिशत अधिक हैं। इसके अतिरिक्त 329 भिखारियों तथा 631 अनधिकृत फेरीवालों को रेल परिसर से बाहर कर जुर्माना वसूल किया गया तथा 258 व्यक्तियों को जेल भेजा गया। पश्चिम रेलवे के मुख्य जनसम्पर्क अधिकारी रविंद्र भाकर के अनुसार मार्च, 2019 के दौरान, दलालों तथा असामाजिक तत्त्वों के विरुद्ध पश्चिम रेलवे द्वारा 252 जाँचें आयोजित की गईं। इनके परिणामस्वरूप 144 व्यक्तियों को पकड़ा गया तथा रेल अधिनियम की विभिन्न धाराओं के तहत मुकदमा चलाकर उनसे जुर्माना प्राप्त किया गया। मार्च, 2019 के दौरान, सुरक्षिणी दस्ते द्वारा 12 वर्ष से अधिक उम्र के 61 स्कूली बच्चों को उपनगरीय ट्रेनों के महिला डिब्बों में सफऱ करते हुए पाया गया, जिन्हें वहाँ से हटाया गया। पश्चिम रेलवे द्वारा बिना टिकट यात्रा करने वालों के विरुद्ध नियमित रूप से ऐसे सघन अभियान चलाकर कड़ी कार्रवाई सुनिश्चित की जाती रही है। अपने अधिकृत रेल उपभोक्ताओं को बेहतर सुविधाएँ उपलब्ध कराने तथा बिना टिकट यात्रा में कमी लाने के उद्देश्य से पश्चिम रेलवे द्वारा हमेशा कारगर कदम उठाये जाते रहे हैं।