मुंबईPublished: Jun 09, 2019 05:34:08 pm
Devkumar Singodiya
श्री हंस विजय नगर आश्रम वसई पूर्व के तत्वावधान में सद्भावना संत सम्मेलन
सच्चा गुरु प्रकाश का मार्गदर्शक
वसई. मानव उत्थान सेवा समिति, श्री हंस विजय नगर आश्रम वसई पूर्व के तत्वावधान में सद्भावना संत सम्मेलन का आयोजन एवरशाइन सर्किल, ब्रॉडवे सिनेमा के सामने, एवरशाइन सिटी वसई पूर्व में किया गया। जिसमें मानव धर्म के प्रणेता सदगुरुदेव सतपाल महाराज के शिष्य महात्मा मुसाफिरनन्द, महात्मा गोपालानंद, महात्मा उद्धारानंद और महात्मा सामा बाईजी ने विभिन्न धर्म ग्रंथों पर आधारित अपने सत्संग विचार रखे।
वसई आश्रम के प्रभारी महात्मा मुसाफिरनंद ने कहा कि आज मनुष्य के पास सब सुख सुविधाएं होते हुए भी उसका मन अशांत है, कारण कि उसकी इच्छाएं कभी खत्म नहीं होती और उसका चंचल मन भौतिक आकर्षणों से बच नही पाता।
चंचल मन को वश में करने के लिए अध्यात्म ज्ञान का होना बहुत जरूरी है और वह आत्मा का ज्ञान समय के सद्गुरु से ही जाना जा सकता है। उदाहरण देते हुए समझाया कि एक बार एक सज्जन ने गुरु महाराज से पूछा कि ज्ञान के लिए गुरु आवश्यक नहीं है, हमें धर्मग्रंथ, पूजा पाठ करने से ज्ञान की प्राप्ति हो सकती है। तभी महाराज ने सज्जन से पानी लाने को कहा, सज्जन ने बड़े प्रेम से एक गिलास पानी लाया और कहा महाराज ये लीजिये पानी। महाराज ने गिलास देखकर कहा कि मैंने पानी मंगाया था गिलास नहीं, तभी सज्जन ने कहा कि बिना गिलास के पानी कैसे ला
सकते है।
तब महाराज ने उस सज्जन व्यक्ति को समझाते हुए कहा कि जैसे बिना गिलास के पानी नहीं ला सकते उसी प्रकार बिना गुरु के ज्ञान
नहीं हो सकता। इस कार्यक्रम में वसई छेत्र के नगरसेवक किरन भोईर और भाजपा के कार्यकर्ता सम्मिलित थे।