कम हुई थी बारिश पिछले साल महाराष्ट्र के बड़े इलाके में औसत से कम बारिश हुई थी। इसे देखते हुए सरकार ने पिछले साल अक्टूबर में 151 तालुका और 268 मंडलों को सूखाग्रस्त घोषित किया था। लोगों का दबाव बढ़ा तो दूसरे चरण में 931 गांवों और तीसरे चरण में 4518 से अधिक गांवों को सरकार ने सूखाग्रस्त घोषित किया। कुल मिला कर 9,600 से ज्यादा गांव सूखाग्रस्त हैं।
छात्रों की फीस माफ, बिजली बिल में छूट सूखा प्रभावित इलाकों में रहने वाले लोगों के लिए कई राहत उपाय घोषित किए गए हैं। कृषि ऋण का पुनगर्ठन किया गया है, साथ ही किसानों को बिजली बिल में 33.5 प्रतिशत की सब्सिडी दी गई है। छात्रों की न सिर्फ फीस माफ की गई है बल्कि एसटी बसों में उन्हें मुफ्त सफर की सुविधा भी प्रदान की गई है।
मवेशियों के लिए 782 शिविर राज्य के अहमदनगर, सातारा, सांगली, सोलापुर, औरंगाबाद, परभणी, बीड, उस्मानाबाद और जालना में मवेशियों के लिए 782 शिविर बनाए गए हैं। इन शिविरों में 5.24 लाख से ज्यादा जानवर रखे गए हैं। बीड में सबसे अधिक 515 शिविर लगाए गए हैं।