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टैंकरों से काम नहीं बना तो रेल से मंगवाएंगे पानी

locationमुंबईPublished: May 09, 2019 09:35:36 pm

Submitted by:

Nitin Bhal

प्रति जानवर प्रति दिन 90 रुपए दिए जाएंगे पालक को

प्रति जानवर प्रति दिन 90 रुपए दिए जाएंगे पालक को

प्रति जानवर प्रति दिन 90 रुपए दिए जाएंगे पालक को

मुंबई. गर्मी के साथ ही राज्य में सूखे के हालात भीषण होते जा रहे हैं। इसे देखते हुए सरकार ने सूखा प्रभावित क्षेत्रों में टैंकरों से पानी पहुंचाने और स्थिति नहीं संभलने पर रेल से पानी मंंगवाने का तय किया है। साथ ही चारा छावनी की संख्या तीन हजार से बढ़ाकर 10 हजार करने और प्रति जानवर प्रति दिन 90 रुपए दिए जाएंगे। सरकार ने राज्य की विकट स्थिति में विपक्ष से राजनीति नहीं करने और मिलकर संकट का मुकाबला करने की अपील की है। इस संबंध में राज्य के वरिष्ठ मंत्री चंद्रकांत पाटील की अध्यक्षता में एक बैठक हुई, जिसमें यह फैसले किए गए। पाटील ने बताया कि राज्य में सूखे की विकट स्थिति को देखते हुए सभी पालक मंत्रियों को दौरा करने का निर्देश दिया गया है। राज्य के पालक मंत्रियों के साथ फोन पर संपर्क कर रिपोर्ट ली गई और उसके आधार पर नई रिपोर्ट बनाकर 17 मई से 15 जून के बीच सूखा राहत योजना जोर शोर से लागू की जाएगी।
नए सिरे से हो सकते हैं टेंडर

पाटील ने कहा कि पानी के टैंकर की आवश्यकता बढऩे के साथ ही नए सिरे से टेंडर प्रक्रिया शुरू होगी। चारा छावनी की संख्या को अब 3 हजार से 10 हजार तक किया जाएगा। जरुरत पड़ी तो सूखा प्रभावित क्षेत्रों में रेल से पानी पहुंचाया जाएगा। रेल टैंकर पानी लाने में सस्ता और कम खर्चीला होगा। पानी लाने के लिए दूर दराज इलाकों से पुराने टैंकर पद्धति से खर्च अधिक होने से सरकारी खजाने पर भी नुक्सान का बोझ पड़ेगा।
बालिका कुएं में गिरी मौत

जल किल्लत की पहली बलि उत्तर महाराष्ट्र के धुलिया जिले मे गुरुवार शाम को हुई। यहां के मोरदड ताडा वस्ती पर कुएं से पानी लेने गई 13 साल की नंदीनी दत्त पवार की पैर फिसल कर कुएं मे गिरने से मौत हो गई। इस गांव में दो दिन में एक बार टैंकर से जल पहुंचाया जा रहा है। कुएं में पानी नहीं के बराबर है।
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