शिवसेना (यूबीटी) नेता संजय राउत ने बीजेपी पर कटाक्ष किया है। राउत ने कहा कि अगर आरएसएस ठान ले तो मोदी सरकार सत्ता में 15 मिनट भी नहीं टिकेगी। मुंबई में पत्रकारों से बात करते हुए राउत ने कहा, ”मैं आरएसएस के बारे में बहुत कुछ सुनता हूं। सरसंघचालक मोहन भागवत ने भी कहा कि एक लोक सेवक में अहंकार नहीं होना चाहिए। लेकिन पिछले दस वर्षों में हमने देखा है कि मोदी सरकार में केवल अहंकार ही है, ईर्ष्या है, बदले की भावना है.. सत्ता का दुरुपयोग भी हमने खूब देखा है। जनता ने इस अहंकार की राजनीति को बंद कर दिया है।” उन्होंने कहा, “हम भी अहंकार को रोकने की कोशिश कर रहे हैं। जहां-जहां राम रहे थे, वहां-वहां बीजेपी हार गई है। अयोध्या, चित्रकूट, नासिक और रामेश्वरम में हार का सामना करना पड़ा…भगवान सब कुछ देख रहे हैं… जहां भी भगवान श्री राम रहे, वहां बीजेपी हारी है।”
‘संघ से उम्मीद है’
उद्धव ठाकरे गुट के राज्यसभा सांसद राउत ने कहा, “बीजेपी का मातृ संगठन आरएसएस है। हमें आरएसएस से बहुत उम्मीदें हैं। लोकतंत्र को बचाने में आरएसएस का बहुत बड़ा योगदान रहा है… संघ को पर्दे के पीछे नहीं रहना चाहिए बल्कि इस देश की जनता को दिशा देनी चाहिए। अगर आरएसएस ने ठान लिया तो मोदी सरकार 15 मिनट भी सत्ता में नहीं रह पाएगी।”
बीजेपी से RSS हुई नाराज!
आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने हाल ही में बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा कि लोकसभा चुनाव में राजनीतिक दलों ने मर्यादाओं का पालन नहीं किया। चुनाव प्रचार में जिस प्रकार एक दूसरे को लताड़ना, तकनीकी का दुरुपयोग, झूठ फैलाया गया वह ठीक नहीं था। आरएसएस से जुड़ी पत्रिका ‘ऑर्गेनाइजर’ ने भी बीजेपी की आलोचना की है। एक लेख में कहा गया कि अजित पवार को समर्थन देने के कारण राज्य में बीजेपी की हार हुई है। बीजेपी-शिंदे सेना के पास बहुमत था, इसलिए अजित पवार की एनसीपी से गठबंधन करने की जरूरत नहीं थी। जोड़तोड़ की राजनीति सही नहीं है।
वहीँ, संघ के बड़े इंद्रेश कुमार ने लोकसभा चुनाव के नतीजे पर बड़ा बयान देते हुए बीजेपी को ‘अहंकारी’ कहा है। कुमार ने कहा, राम सबके साथ न्याय करते हैं… जिन्होंने राम की भक्ति की, लेकिन उनमें धीरे-धीरे अंहकार आ गया. उस पार्टी को सबसे बड़ी पार्टी बनाया… लेकिन उसे 241 पर रोक दिया।