मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के अनुरोध पर नौसेना के जवान मोटर बोट लेकर पहुंचे। साथ ही एयर फोर्स के हेलीकॉप्टर भी यात्रियों को बाहर निकालने के लिए लगाए गए। सेना की चार टुकडिय़ां भी यात्रियों की मदद के लिए तैनात की गईं। एनडीआरएफ के साथ ही ठाणे के डिजास्टर मैनेजमेंट की टीम भी राहत व बचाव कार्य में लगाई गई। सभी यात्रियों को वापस कल्याण लाया गया। कल्याण से विशेष ट्रेन के जरिए यात्रियों को कोल्हापुर के लिए रवाना किया गया।
आसान नहीं था बचाव अभियान बदलापुर और वांगणी के बीच जहां महालक्ष्मी एक्सप्रेस फंसी थी, उसके चारों और पानी था। रेलवे ट्रैक ही नहीं बल्कि आसपास की बस्तियां और गांव में भी पानी भरा था। ऐसे में राहत व बचाव कार्य आसान नहीं थी। एनडीआरएफ, नौसेना और स्थानीय लोगों की मदद से सभी यात्रियों को सुरक्षित जगह पहुंचाया गया। इसके बाद रेलवे के 37 डॉक्टरों ने यात्रियों के स्वास्थ्य की जांच की।
यात्रियों में नौ गर्भवती महिलाएं भी जानकारी अनुसार महालक्ष्मी एक्सप्रेस के यात्रियों में नौ गर्भवती महिलाएं भी शामिल थीं। इनमें से एक महिला की तबीयत अचानक बिगड़ गई, जिनका बदलापुर स्टेशन पर प्राथमिक उपचार किया गया। इसके बाद रेलवे ने दो स्पेशल ट्रेनें चलाईं। एक ट्रेन बदलापुर से कल्याण आई। कल्याण से शाम पांच बजे स्पेशल ट्रेन कोल्हापुर रवाना की गई।
सुबह तक किसी ने नहीं ली खबर फंसी ट्रेन के यात्रियों की किसी ने सुबह तक कोई खबर नहीं ली। इसके बाद यात्रियों का गुस्सा प्रशासन पर फूटने लगा। जब बहुत हो-हल्ला मचा तो रेलवे के अधिकारी सजग हुए। स्थानीय ग्रामीणों को इसकी जानकारी मिली तो वे तुरंत बचाव कार्य में जुट गए। यात्री रेल प्रशासन की लापरवाही को कोसते नजर आए। समय पर मदद के लिए यात्रियों ने ग्रामीणों की खुले दिल से सराहना की।
मामले की होगी जांच महालक्ष्मी ट्रेन हादसे के मामले को गंभीरता से लेते हुए रेल राज्य मंत्री सुरेश अंगडी ने इसकी जांच के आदेश दिए हैं। घंटों पानी में फंसी रही महालक्ष्मी एक्सप्रेस के यात्रियों के साथ ही जानकार लोग रेल प्रशासन पर सवाल खड़ा कर रहे हैं। रेल राज्य मंत्री ने कहा कि जांच में कोताही के लिए जिसे भी जिम्मेदार पाया जाएगा, उसके खिलाफ कार्रवाई होगी।
वापस भेजे गए हेलीकॉप्टर यात्रियों को बचाने के लिए वायु सेना के दो हेलीकॉप्टर मौके पर पहुंचे थे। लेकिन, खराब मौसम के कारण हेलीकॉप्टर वापस भेज दिए गए। जहां ट्रेन फंसी थी, वहां पर तेज हवा के साथ बारिश भी हो रही थी। यात्रियों के लिए 14 बसों का इंतजाम किया गया था।
ट्रेन में घुसे सांप जंगल के पास फंसी महालक्ष्मी एक्सप्रेस के यात्री तब डर गए जब उनकी ट्रेन में दो सांप घुस गए। सांप को देखते ही यात्रियों में भगदड़ मच गई। कड़ी मशक्कत के बाद सांपों को बाहर निकाला गया। देर रात से ट्रेन में फंसे होने के चलते यात्रियों को न तो पीने का पानी मिला और न ही खाने के लिए कुछ मिल पाया। इस कारण कई यात्री परेशान हुए।
मुंबई-गोवा के बीच यातायात रुका रत्नागिरी के परशुराम घाट में चट्टान गिरने से मुंबई-गोवा महामार्ग सहित रेल रूट बाधित हो गया है। इस कारण मुंबई से गोवा की तरह जाने वाली और गोवा से मुंबई की तरफ आने वाली एक्सप्रेस और पैसेजेंर गाडिय़ां जहां-तहां रोकनी पड़ी हैं। सड़क यातायात बहाल करने के लिए मलबा हटाने का काम जारी है। खबर लिखे जाने तक दोनों तरफ लंबा ट्रैफिक जाम लगा था। मूसलाधार बारिश के बाद जगबुडी नदी में आई बाढ़ की वजह से शुक्रवार को सड़क मार्ग 15 घंटे तक बंद रहा था।
बंद रहे अधिकांश स्कूल भारी बारिश से जुड़े मौसम विभाग के पूर्वानुमान को देखते हुए अधिकांश स्कूलों में शनिवार को छुट्टी रही। शिक्षा मंत्री आशीष शेलार ने ट्वीट किया कि हालात को देखते हुए स्कूलों के प्रिंसिपल उचित फैसला कर सकते हैं। वैसे शनिवार को अधिकांश प्राइवेट स्कूल बंद ही रहते हैं। शिक्षा मंत्री के ट्वीट को देखते हुए ठाणे, रायगड और पालघर के ज्यादातर स्कूलों में छुट्टी घोषित कर दी गई है।