जंगल में आग बढ़ते तापमान की वजह से लगी या लगाई गई? इसकी जांच कराने की मांग स्थानीय लोगों के साथ ही पर्यावरण प्रेमी कर रहे हैं। सूत्रों के मुताबिक आगजनी को वन विभाग ने गंभीरता से लिया है। अज्ञात लोगों के खिलाफ वन अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया।
जानकारों का कहना है कि यदि आग लगते ही उसे काबू कर लिया गया होता ते इतने बड़े पैमाने पर पर्यावरण को नुकसान नहीं पहुंचता। इसलिए दोषी वन कर्मचारियों और अधिकारियों पर नियमानुसार कार्रवाई होनी चाहिए। सचिन जांभले नामक युवक ने फोन के जरिए आग लगने की जानकारी वन विभाग के अधिकारियों को देने की कोशिश की, मगर किसी ने फोन ही नहीं उठाया।
इसके बाद सचिन ने दमकल के 101 नंबर पर फोन लगाया, तो फोन उठाने वाले ने जवाब दिया कि जंगल की आग बुझाने में सक्षम नहीं हैं, क्योंकि उनके पास जरूरी उपकरण नहीं हैं।