उल्लेखनीय है कि वेस्टर्न रेलवे नेटवर्क पर चर्चगेट-विरार के बीच एसी लोकल चलाई जा रही है। इससे वेस्टर्न रेलवे के यात्रियों की एसी लोकल चलाने से जुड़ी मांग पूरी जरूर हुई, मगर प्रशासन चाह कर भी एसी लोकल सेवा का विस्तार नहीं कर पा रहा है। उम्मीद थी कि तीसरी एसी लोकल मिलने के बाद चर्चगेट-विरार के बीच एसी लोकल के फेरे बढ़ाए जाएंगे। लेकिन खामियों को देखते हुए नहीं लगता कि फिलहाल एसी लोकल के फेरे बढ़ पाएंगे।
भेल ने बनाए कल-पुर्जे
वेस्टर्न रेलवे के एक अधिकारी ने बताया कि पहली और तीसरी एसी लोकल के इलेक्ट्रिक पुर्जे सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनी भेल ने तैयार किए हैं। ऐसे में हम सोच रहे थे कि जब भेल की बनाई दूसरी एसी लोकल हमें मिलेगी, तो इसमें थोड़ा-बहुत बदलाव कर इसे यात्री सेवा में शामिल कर लिया जाएगा। लेकिन नई एसी लोकल में हमें कई खामियां मिली हैं।
दुरुस्त करने में जुटे इंजीनियर
आईसीएफ के इंजीनियर इन खामियों को दूर करने में लगे हैं। एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि मुंबई पहुंची भेल की नई एसी लोकल में दरवाजे खुलने में दिक्कत आ रही है। इसके अलावा वायरिंग से जुड़ी समस्या, एयर ड्रायर, हेड लाइट, ट्रांसफार्मर, ट्रैक्शन मोटर आदि में भी परेशानी है। विदित हो कि दूसरी एसी लोकल मेक इन इंडिया कार्यक्रम के तहत बनाई गई थी।
भेल ने बनाए कल-पुर्जे
वेस्टर्न रेलवे के एक अधिकारी ने बताया कि पहली और तीसरी एसी लोकल के इलेक्ट्रिक पुर्जे सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनी भेल ने तैयार किए हैं। ऐसे में हम सोच रहे थे कि जब भेल की बनाई दूसरी एसी लोकल हमें मिलेगी, तो इसमें थोड़ा-बहुत बदलाव कर इसे यात्री सेवा में शामिल कर लिया जाएगा। लेकिन नई एसी लोकल में हमें कई खामियां मिली हैं।
दुरुस्त करने में जुटे इंजीनियर
आईसीएफ के इंजीनियर इन खामियों को दूर करने में लगे हैं। एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि मुंबई पहुंची भेल की नई एसी लोकल में दरवाजे खुलने में दिक्कत आ रही है। इसके अलावा वायरिंग से जुड़ी समस्या, एयर ड्रायर, हेड लाइट, ट्रांसफार्मर, ट्रैक्शन मोटर आदि में भी परेशानी है। विदित हो कि दूसरी एसी लोकल मेक इन इंडिया कार्यक्रम के तहत बनाई गई थी।