मुंबईPublished: May 06, 2019 06:11:21 pm
Devkumar Singodiya
शेयर बाजार की तरह यहां रोज ऊपर-नीचे होता है भाव
रमजान माह के मद्देनजर दूध की कीमतों में उबाल
भिवंडी. शहर सहित आस-पड़ोस के क्षेत्रों में रमजान का पवित्र महीना शुरू होने से पहले ही दूध की कीमत में उबाल आना शुरू हो गया है। इससे लोगों में असंतोष का माहौल पसरता जा रहा है। शहर और उसके आस-पास के क्षेत्रों में सैकड़ों की संख्या में दूध की डेयरियां, होलसेल और खुदरा दूध की दुकानें हैं। रमजान माह शुरू होने से तीन दिन पहले ही दूध की कीमतों में इजाफा किया गयाा है। दूध फरवरी में 50-52, मार्च में 54-56 रुपए और अप्रेल में 60-62 रूपए लीटर बेचा जा रहा था। जानकार बताते हैं कि सात मई से रमजान शुरू होने के बाद दूध का भाव 70 से लेकर 75 रुपए लीटर तक पहुंच जाएगा। विगत कई सालों से रमजान माह में दूध के भाव में होने वाली बढ़ोत्तरी को लेकर यहां के लोगों में स्थानीय दूध विक्रेताओं के प्रति नाराजगी है। दूध के भाव में बढ़ोत्तरी पर दूध विक्रेताओं का कहना है कि दूध यूनियन प्रतिदिन दूध की कीमत तय करती है। इसके आधार पर ही पूरे शहर के दूध के अन्य दुकानदार और डेयरी वाले यूनियन के निर्धारित भाव से ही दूध बेचते हैं। रमजान माह में दूध की बढ़ती मांग को देखकर यूनियन मौके का फायदा उठाते हुए प्रतिदिन दूध की एक नई दर तय करते हुए उसमें इजाफा करती जाती है। रमजान के आगमन को देखते हुए शहर में पिछले चार-पांच दिनों से दूध की बढ़ती कीमतों को लेकर वाट्स एप्प सहित सोशल मीडिया पर दूध के दाम की बढ़ोत्तरी के खिलाफ मैसेज वायरल भी होने शुरू हो गए हैं।
भिवंडी मजदूर बहुल शहर
मालूम हो कि भिवंडी एक ऐसा मजदूर बहुल शहर है। जहां दूध का भाव कभी स्थिर नहीं रहता है। शेयर मार्केट की तरह हमेशा घटता-बढ़ता रहता है। सुबह दूध का भाव 60 रुपए लीटर रहेगा तो शाम को 64 रुपए हो जाएगा। दूध व्यापारी एसोसिएशन की इस हरकत के चलते पूरे शहर को आर्थिक तौर पर हर साल परेशान होना पड़ता है। इसलिए इस ओर पुलिस प्रशासन सहित जिला प्रशासन का ध्यान आकर्षित करने के लिए एआईएमआईएम के भिवंडी शहर जिलाध्यक्ष शादाब उस्मानी के नेतृत्व में एक शिष्टमंडल ने शुक्रवार को पुलिस उपायुक्त अंकित गोयल को एक ज्ञापन सौंपा जिसमें बताया कि भिवंडी के दूध व्यापारी एसोसिएशन हर साल रमजान मुबारक के पहले दिन से ही दूध का भाव बढ़ाना शुरू कर देता है। ईद आते-आते दूध का भाव 10 रुपए से लेकर 30 रुपए तक बढ़ा दिया जाता है। जिसके कारण रमजान के दौरान रोजा रखने वाले गरीब एवं मजदूर परिवार सेहरी करने के लिए भी दूध नहीं खरीद पाते हैं। भिवंडी शहर में दूध शहर के बाहर से ग्रामीण क्षेत्रों से आता है। भिवंडी दूध व्यापारी एसोसिएशन की वजह से बाहर का कोई भी दूध व्यापारी शहर के अंदर दूध नहीं बेच पाता है। जिसके कारण भिवंडी दूध व्यापारी एसोसिएशन रमजान सहित विभिन्न त्योहारों के दौरान दूध का भाव मनमानी तरीके से बढ़ा देता है।