हाई अलर्टः इंडिगो एयरलाइंस के विमान में बम की अफवाह
दूसरे विमान से भेजे गए यात्री…
मामले की जांच करने वाले एक शख्स ने बताया, ‘ग्राउंड निरीक्षण के दौरान इंजन नंबर 1 का लो प्रेशर टरबाइन नंबर 3 खराब पाया गया, यह 4006 घंटे तक उड़ान भर चुका था। विमान को दूसरे मॉडिफाइड इंजन के जरिए सुरक्षित उतारा गया, जिसने 1198 घंटे तक उड़ान भरी थी।’ इंडिगो प्रवक्ता ने बताया कि फ्लाइट नंबर 6-5384 (320) में 95 यात्री थे। घटना की पुष्टि करते हुए उन्होंने बताया कि तकनीकी खराबी आने के बाद विमान को निरीक्षण के लिए रखा गया है। हैदराबाद-मुंबई मार्ग पर चलने वाली इंडिगो की उड़ान 6ई-5384 की गुरुवार सुबह मुंबई हवाई अड्डे पर इमर्जेसी लैंडिंग हुई। विमान के इंजन में से एक के बंद होने के बाद उसे वापस शहर लाया गया। हैदराबाद के लिए उड़ान भरने के एक घंटे से भी कम समय के भीतर विमान हवाई अड्डे पर वापस लौट आया। सभी यात्रियों को दूसरे विमान से हैदराबाद के लिए रवाना किया गया।
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पहले ही दिए गए थे आदेश…
पिछले कुछ समय से इंडियो के ए320 नियो विमान के पीडब्ल्यू इंजन में खराबी के कई मामले आ चुके हैं। बता दें कि पीडब्ल्यू, इंडिगो और गो एयर एयरलाइंस का बिजनस पार्टनर है। खराबी की वजह से पिछले साल नागरिक उड्ड्यन महानिदेशक (डीजीसीए) ने गो एयर और इंडिगो के सभी ए320 नियो विमान के पीडब्ल्यू इंजन बदलने का आदेश दिया था। डीजीसीए ने कहा था कि गो एयर के उन सभी विमानों की जांच होगी, जिनमें पीडब्ल्यू इंजन लगे हैं। 31 मई तय हुई डेडलाइन डीजीसीए ने फैसला लिया था कि इंडिगो और गो एयर के एयरबस ए 320/321 नियो विमानों को उड़ान भरने की इजाजत तभी होगी जब कम से कम एक इंजन मॉडिफाइ होगा। इंडिगो को 137 अनमॉडिफाइ इंजन बदलने के लिए कहा गया था। डीजीसीए ने इंजन बदलने की डेडलाइन 31 मई तक बढ़ा दी है।
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मॉडिफाइ लो प्रेशर टरबाइन ब्लेड विकसित
इंडिगो ने 17 जनवरी को दिए अपने बयान में कहा, ’36 एयरलाइंस में करीब 560 से अधिक नियो विमान हैं, जिनका संचालन पीडब्ल्यू 1100जी इंजन से हो रहा है। वैश्विक रूप से ये एयरक्राफ्ट 20 लाख घंटों से ज्यादा उड़ान भर चुके हैं।’ बयान में कहा गया कि प्रैट इंजन के लो प्रेशर टरबाइन स्टेज 3 में कुछ खामियां हैं। प्रैट ने जड़ का समस्या ढूंढा और मॉडिफाइ लो प्रेशर टरबाइन ब्लेड को विकसित किया। इसे मई 2020 तक सभी विमानों में लगा दिया जाएगा।