जवाब:-राजस्थान के लोग संघर्षशील हैं, शांत हैं और लोगों के साथ मिलकर काम करने में विश्वास करते हैं। उन्होंने कहा राजस्थान की माटी में मिलनसारिता है।
जवाब:- मैं व्यक्तिगत रूप से राजभवन में जनता दरबार लगाना उचित नहीं मानता। यह काम राज्य सरकार का है। हालांकि राजभवन सबके लिए खुला है। लोग अपनी समस्याएं लेकर आते भी हैं। लेकिन, मैं जनता दरबार लगा कर समस्याएं नहीं सुनता। व्यक्तिगत या प्रतिनिधिमंडल के रूप में लोग आते हैं और मैं राज्यपाल के नाते उनकी समस्याएं सुनकर निदान करने की कोशिश करता हूं। आज भी राजभवन में रोजाना सौ लोग आते हैं।
जवाब.- राजस्थान का हर गांव-शहर पर्यटक स्थल है। देशी और विदेशी पर्यटक यहां आए इसके लिए सरकार के स्तर पर बेहतर प्रयास हो रहे हैं। मैं स्वयं भी लोगों से राजस्थान के बारे ेमें बातें करता हूं और पर्यटन के बारे में जानकारी देता हूं। मेरे पास मिलने आने वाले को भी पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए कहता हूं।
जवाब:-पुस्तक में लघु उद्योगों को कैसे बढ़ावा मिले इसका उल्लेख है। लघु उद्योगों के विकास के लिए जो शासकीय योजना बनती है, उसका किस तरह से इन उद्योगों को लाभ मिले इसका खास जिक्र है। अभी मेक इन इंडिया और इन्क्वेशन सेंटर के जरिए लघु उद्योगों को लाभ मिल रहा है। राज्य सरकार लघु उद्यमियों को सब्सिडी आदि के जरिए भी मदद पहुंचा रही है।
सवाल:- राजस्थान में शिक्षा का स्तर बेहतर नहीं माना जाता, इसके लिए आप क्या कर रहे हैं? लड़कियों की शिक्षा में राजस्थान अभी पीछे हैं, किस तरह के उपाय की आवश्यकता है?
जवाब:-इस दिशा में तेजी से आगे बढ़ा जा रहा है। सरकार की कई योजनाओं के जरिए परिणामलक्षी कार्य किए जा रहे हैं। जैविक खेती को प्रोत्साहित किया जा रहा है। डेयरी को बढ़ावा देने के ग्रामीण स्तर पर बेहतर प्रयास किए जा रहे हैं।
सवाल:- राजस्थान में अक्सर देश-विदेश के बड़े-बड़े लोगों के दौरे होते हैं, अमेरिकी राष्ट्रपति रहते बिल क्लिंटन राजस्थान दौरे पर आए थे, इस तरह के दौरों से प्रदेश की जनता को क्या लाभ मिलता है?
जवाब:-प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से लाभ कई रूप में मिलता है। लेकिन, जितना लाभ आम आदमी तक पहुंचना चाहिए, उतना नहीं पहुंचता है। जारूकता की कमी के चलते लोगों को पूरा फायदा नहीं होता।
उन्होंने साक्षात्कार का समापन यह कहकर किया कि मैं राजस्थान का प्रथम नागरिक हूं, और इस नाते मेरी जिम्मेदारी है कि राजस्थान का चहुंमुखी विकास हो, यहां की सरकार भी मेरी सरकार है।