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राज्य में अब ग्रीन आईटीआई की अवधारणाएं होंगी लागू

locationमुंबईPublished: Oct 26, 2019 03:34:27 pm

Submitted by:

Rohit Tiwari

राज्य ( Maharashtra ) में अब ग्रीन आईटीआई ( Green ITI ) की अवधारणाएं होंगी लागू, आईटीआई ( ITI ) के मानदंडों को पूरा किए जाने पर जोर, केआरए वेबसाइट ( KRA Website ) पर अपलोड होगी पूरी जानकारी, एक निश्चित अवधि ( Fixed Period ) भी की गई निर्धारित

राज्य में अब ग्रीन आईटीआई की अवधारणाएं होंगी लागू

राज्य में अब ग्रीन आईटीआई की अवधारणाएं होंगी लागू

मुंबई. राज्य के सभी आईटीआई में अब ग्रीन आईटीआई की अवधारणाएं लागू की जाएंगी और वह वाटर हार्वेस्टिंग, बिजली संरक्षण, आईटीआई के लिए कागज का कम से कम उपयोग और ईमेल जैसे इलेक्ट्रॉनिक साधनों के बजाय आईटीआई में मशीनों के रख-रखाव जैसे मानदंडों को पूरा किया जाएगा। समय-समय पर सरकार को कौशल विकास और उद्यमिता विभाग की प्रगति की जानकारी देनी चाहिए और इस विभाग के लिए कुछ मॉडल की घोषणा की गई है, ताकि प्रगति रिपोर्ट मुख्यमंत्री कार्याल की ओर से तैयार कराकर केआरए वेबसाइट पर भेजी जा सके। राज्य के सभी औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों को इन मानदंडों को पूरा करना आवश्यक है और उनके लिए एक निश्चित अवधि भी निर्धारित की गई है।
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7 केआरए की समीक्षा…
विदित हो कि राज्य में कुशल जनशक्ति बनाने, युवाओं को अपने पैरों पर खड़े होने और रोजगार सृजन के मानक को बढ़ाने में केंद्र सरकार की राष्ट्रीय कौशल विकास योजना की पृष्ठभूमि पर कौशल विकास और उद्यमिता विभाग भी शुरू किया गया था। सरकार को समय-समय पर इस विभाग की प्रगति के बारे में सूचित करने के लिए 7 केआरए की समीक्षा करने की घोषणा की गई है कि राज्य के औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों से किस तरह का और कितना कुशल जनशक्ति बनाया जा रहा है।
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महिलाओं का पूरा होना चाहिए सशक्तिकरण…
उल्लेखनीय है कि राज्य के प्रत्येक आईटीआई में ग्रीन आईटीआई की अवधारणा को लागू करने के लिए महत्वपूर्ण मानदंड लागू किए गए हैं। इसके अलावा हिरकनी महाराष्ट्र योजना के तहत विभाग वर्तमान में महिलाओं के प्रशिक्षण के माध्यम से हर जिले में महिलाओं के विचारों के लिए एक मंत्र प्रदान करने के लिए एक कार्यक्रम लागू कर रहा है। वहीं केआरए के अनुसार, इस पृष्ठभूमि के आधार पर हिरकनी कार्यक्रम के माध्यम से 36 जिलों में कम से कम 1 हजार बचत समूहों से महिलाओं का सशक्तिकरण पूरा होना चाहिए।
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लागू हो सकेंगी नई योजनाएं…
प्रत्येक कौशल विकास और उद्यमिता केंद्र में टाटा स्ट्राइव के सहयोग से कैरियर परामर्श और मार्गदर्शन केंद्र स्थापित किए जाने की आवश्यकता है। यह हर औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान में नवीन विचारों को बढ़ावा देने के मानदंडों को रेखांकित किया गया है। इससे राज्य में आईटीआई छात्रों के लिए कई नवीन योजनाओं को लागू करने की अनुमति मिलेगी।
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छात्र बांटेंगे अपना ज्ञान…
वहीं ‘कॉलेज, नॉलेज और विलेज’ की अवधारणा को लागू करने के लिए महत्वपूर्ण सुझाव भी दिए गए हैं। इसलिए छात्रों को दिए गए ज्ञान का उपयोग गांव या इलाके की प्रगति के लिए किया जाना है न कि केवल कॉलेज या उनके शैक्षणिक पाठ्यक्रम तक ही सीमित है। कौशल विकास और उद्यमिता विभाग के अधिकारियों ने कहा है कि छात्रों का संबंधित गांवों और जिलों के लिए भी उपयोग किया जाएगा।
राज्य में अब ग्रीन आईटीआई की अवधारणाएं होंगी लागू
निर्धारित कर सकेंगे दिशा…
यह मानदंड तय किए गए हैं, ताकि कौशल विकास और उद्यमिता विभाग की प्रगति अगले 6 महीनों के लिए और विस्तार हो सके। आगे जाकर विभाग अधिक कुशल होगा और हम रोजगार सृजन की दिशा और भी बेहतर ढंग से निर्धारित कर सकेंगे।
– सुजाता सौनिक, अपर मुख्य सचिव, कौशल विकास और उद्यमिता विभाग, महाराष्ट्र
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