विदित हो कि चयनित छात्रों में से केवल 33 हजार 224 छात्रों को ही प्रवेश दिया गया था। इससे दूसरे राउंड के लिए काफी जगह बची थी। आईटीआई की दूसरी गुणवत्ता सूची 19 जुलाई को शाम 5 बजे जारी की गई। इनमें से 52 हजार 147 छात्रों को प्रवेश के लिए चुना गया था। वहीं चयनित छात्रों में से केवल 14 हजार 367 छात्रों ने प्रवेश लिया था। इसी तरह तीसरा राउंड भी 30 जुलाई को समाप्त हो गया और इसके लिए 56 हजार 101 छात्रों को इस राउंड के लिए चुना गया। उनमें से 20 हजार 945 छात्रों ने प्रवेश लिया। इसलिए प्रवेश प्रक्रिया में नामांकन करते समय आईटीआई को छात्रों द्वारा सबसे अधिक विकल्प दिया गया था, लेकिन प्रवेश के लिए छात्रों का बहुत कम रुझान मिला।
वहीं तीसरे दौर के बाद लगभग 68 हजार 536 छात्र आईटीआई में प्रवेश लिया। वहीं व्यापार शिक्षा और प्रशिक्षण निदेशालय की माने तो इनमें से 54 हजार 978 छात्रों को सरकारी संस्थानों में प्रवेश दिया गया, जबकि 13 हजार 558 छात्रों ने निजी संस्थानों में प्रवेश मिला। तीन राउंड में आईटीआई लेने वाले छात्रों की संख्या 68 हजार हो गई है, तीसरे दौर में आईटीआई में प्रवेश करने वाले छात्रों का अनुपात पहले दो राउंड की तुलना में अधिक है। राज्य भर आईआईटी की सरकारी संस्थाओं में 92 हजार 710, जबकि निजी में 49 हजार 436 सीटें हैं।