ज्ञात हो कि मुंबई सहित आस-पास के इलाकों में कई जगहों पर कार्यक्रमों का आयोजन किया गया है। जिसके चलते आज युवाओं की टोली दही हांडी फोड़ते हुए दिखेगी। दही हांडी के इस त्योहार में सियासी दल भी बढ़ चढ़कर उतरे हैं। मुंबई में कई सालों से यह त्योहार खास अंदाजा में मनाया जाता रहा है।
मुंबई में गोविंदाओं की टोलियां एक के ऊपर एक चढ़कर मीनारें बनाते हैं। फिर वे 30-40 फीट उंची टंगी दही और हल्दी से भरी मटकियों को फोड़ते हैं। जिसके बाद उन्हें मोटी रकम दी जाती है। दही हांडी कराने वाली समितियां अपने यहां फिल्मी हस्तियों को भी बुलाती हैं। जिसके चलते दही हांडी की चमक बढ़ जाती है।
मुंबई और ठाणे में नेताओं की तरफ से कई कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है। इस बार मुंबई भाजपा के अध्यक्ष आशीष शेलार की दही हांडी की खासी चर्चा है जिसका आयोजन वर्ली इलाके में किया गया है जो कि शिवसेना का गढ़ है। इस इलाके से उद्धव ठाकरे के बेटे आदित्य ठाकरे विधायक हैं।
वहीं महाराष्ट्र के सीएम एकनाथ शिंदे ने विधानसभा में गोविंदा दही हांडी को साहसी खेल का दर्जा देने का ऐलान किया है। उन्होंने कहा कि इसके तहत प्रो गोविंदा लीग भी शुरू होगी। दही हांडी के दौरान घायल होने वाले गोविंदाओं को पांच लाख और मौत होने पर 10 लाख तक की आर्थिक मदद दी जाएगी।