सोलापुर में केंद्र सरकार की कुछ परियोजनाओं के भूमिपूजन के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बुधवार को शहर में थे। सभा स्थल से कुछ दूरी पर जब प्रधानमंत्री का काफिला पंहुचा तो एनएसयूआइ के कुछ कार्यकर्ता सरकार के खिलाफ नारेबाजी करने लगे। ये कार्यकर्ता पीएम के काफिले को काले झंडे दिखाकर ‘प्रधानमंत्री चोर है’ के नारे लगाने लगे। इस पर वहां जमा कुछ लोगों ने उन्हें घेर लिया और लात-घूंसों से उनकी पिटाई शुरू कर दी। काफी देर बुरी तरह पीटे जाने के बाद उन्हें पुलिस ने हिरासत में ले लिया। पिटाई का शिकार हुए 5 छात्रों में से एक की हालत नाजुक बताई जा रही है।
नेता विपक्ष व विधायक बिफरे
प्रधानमंत्री के काफिले को एनएसयूआई के कई छात्र काले झंडे दिखा रहे थे। पिटाई शुरू होते ही कई फरार हो गए लेकिन, 5 छात्र घेरे में आ गए, जिनमें गणेश डोगरे, निवृति गवाह्ने, शुभम माने, शिवराज विराजदार तथा सिद्धराम सगरे की बुरी तरह से पिटाई हुई है। कांग्रेस की स्थानीय विधायक परणिति शिंदे ने कहा की पुलिस सुबह से ही कांग्रेस के कई नेताओं को हिरासत में लिया और कई नगरसेवकों को क्षेत्र से दूर रखा। राजनीतिक पार्टियों की स्वतंत्रता पर भी भाजपा सरकार लगाम लगा रही है। यह घटना लोकतंत्र पर आघात है। वहीं, विधानसभा में विपक्ष नेता राधकृष्ण विखे पाटिल ने इसे लोकतंत्र का हनन बताया। उन्होंने कहा कि अपने अधिकारों का दुरुपयोग कर सरकार छात्रों की पिटाई करावा रही है। कांग्रेस इसका विरोध करती है। हम सत्ता में इतने वर्षों तक रहे लेकिन, कभी ऐसे कृत्य नहीं किए।