क्यों करें निवेश
मेहता ने कहा कि एलआइसी की सबसे बड़ी ताकत-धरोहर इसे लाखों पॉलिसी धारक हैं। यह अकेली कंपनी हैै, जो 40 लाख करोड़ रुपए का फंड मैनेज करती है। यह रकम देश के सभी म्यूचुअल फंड्स के संपत्ति प्रबंधन के बराबर है। इसके पास मजबूत संपत्ति आधार है। निवेश मामले में यह बेजोड़ है। आइपीओ में निवेश कर आम लोग शेयर अनुपात के मुताबिक कंपनी के मालिक बन सकते हैं।
आकर्षक मूल्यांकन
एंजेल वन के इक्विटी विश्लेषक यश गुप्ता ने कहा कि एलआइसी का मूल्यांकन छह लाख करोड़ रुपए किया गया है। इस हिसाब से प्रत्येक 10 रुपए के शेयर का प्राइस बैंड 902 से 949 रुपए तय किया गया है। पहले इसकी वैल्यू 13 लाख करोड़ रुपए आंकी गई थी। इसे हिसाब से प्राइस बैंड मौजूदा स्तर के मुकाबले दो गुना से ज्यादा हो सकता था। आज के वक्त में जीवन बीमा सुरक्षा हरेक की जरूरत है। इसके लिए कारोबारी संभावनाएं अच्छी हैं। आइपीओ का प्राइस बैंड आकर्षक है। तीन-चार साल में अच्छा रिटर्न मिल सकता है।
तीन कैटगरी में निवेश
आइपीओ में निवेश के लिए पॉलिसी धारकों को प्रति शेयर 60 रुपए, कर्मचारियों और रिटेल निवेशकों को 45 रुपए छूट की पेशकश की गई है। कर्मचारी कोटे के अलावा इसके कर्मचारी पॉलिसी होल्डर्स और रिटेल निवेशकों के लिए आरक्षित शेयर के लिए बोली लगा सकते हैं। पॉलिसी धारक रिजर्व कोटे के अलावा आइपीओ के रिटेल हिस्से के लिए आवेदन कर सकते हैं।
अवसर के साथ जोखिम
विश्लेषकों के मुताबिक निवेश पर लाभ कमाने के अवसर के साथ जोखिम भी है। निजी क्षेत्र की कंपनियां जीवन कारोबार में पैठ बढ़ा रही है। इसके चलते आने वाले समय में न्यू प्रीमियम कलेक्शन में एलआइसी की हिस्सेदारी (82.53 प्रतिशत) घट सकती है। इसके निवेश पर रिटर्न औसत से कम है। इस कारण लाभार्जन कम होता है।