मुंबईPublished: Apr 19, 2019 05:35:41 pm
Devkumar Singodiya
सास और बहू के रिश्तों पर गृहणियां बोलीं: पारिवारिक रिश्तों में स्वाद और मिठास के लिए दोनों का अपना महत्व
सास-बहू के बीच अच्छे रिश्ते
नवी मुंबई. एक घर की बेटी ही दूसरे घर मेंं जाकर बहू हो जाती है। इन दोनों रिश्तों को एक कर कहा जाता है कि बहू को बेटी की तरह रखो, लेकिन कुछ लोग कहते हैं कि बेटी और बहू दोनों का अलग महत्व है। बेटी को बेटी और बहू को बहू की तरह ही समझो, बस सोच सही हो तो कोई समस्या नहीं है। आखिर बहू यदि नमक माना गया जिसके बिना स्वाद नहीं तो बेटी भी शक्कर की तरह है, जिसके बिना जिंदगी में मिठास नहीं होती है।
सास-बहू के रिश्ते में खटास क्यों आती है, सास अपनी बहू को बेटी की तरह क्यों नही देखती है, क्या अधिकांश सास और बहू के बीच झगड़े होते रहते हैं, क्या हर घर की कहानी यही बयां करती है, सास -बहू के बीच नोकझोंक घर-घर की कहानी बन चुकी है। ऐसा नहीं है सास-बहू के बीच अच्छे रिश्ते आज भी कायम हैं, बहू को आज भी बेटी का दर्जा देने वाली सास मौजूद हैं, और उनका यह मानना है कि बहू और बेटी में कोई अंतर नहीं है, बहू को बेटी की तरह देखा जाए तो सास-बहू के बीच कभी नोकझोंक नही होगी। बहू और बेटी के बीच भेदभाव क्यों, इसी मुद्दे पर पत्रिका की ओर से आयोजित टॉक शो में महिलाओं ने अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त की। उन्होंने कहा कि आज के दौर में बहू-बेटी के बीच जो समानता रखते हैं, उस घर में कभी कलह नहीं होता। बेटी और बहू में अंतर क्यों?