कोलाबा सीट से भाजपा के वरिष्ठनेता राज पुरोहित का टिकट काटकर जिस नार्वेकर को दिया गया है वे छत्रपति शिवजी महाराज के वंसज के दामाद है। शिवजी महाराज के खानदान से सम्बंधित राज्य के विधानपरिषद में सभापति रामराजे निम्बालकर के परिवार से बेटी नार्वेकर के साथ व्यहि गई है। अब उदयनराजे के आने के साथ ही नार्वेकर को टिकट देने के प्रस्ताव पर भाजपा ने मुहर लगाया था।
मराठा समाज में अपनी पहुंच बनाने के लिए मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने नार्वेकर को भाजपा में लाया था। सूत्रों की माने फडणवीस ने ही नार्वेकर को त्यक्त दिलाने में पूरा मदद किया है। एनसीपी सुप्रीमो शरद पवार को मात देने के लिए सारे मराठा नेताओं को अपनी ओर खींचने के लिए नार्वेकर को टिकट दिया गया हैं। और पुरोहित का टिकट कट गया। उनके समर्थकों की माने तो मुंबई भाजपा की तरफ से केंद्रीय चुनाव समिति में पुरोहित का नाम नहीं भेजा गया था। पुरोहित के धुर राजनीतिक विरोधी मंगलप्रभात लोढा ने पुरोहित की पैरवी करने की बजाय अपने पुराने दोस्त राहुल नार्वेकर के पक्ष में दिखे। और पिछले 25 साल से लोढा और पुरोहित के बीच चल रहे शीत युद का अंत लोढ़ा ने इस प्रकार किया है