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maha:महाराष्ट्र -कर्नाटक के बीच बांध प्रबंधन के लिए हाई पावर कमिटी का गठन

locationमुंबईPublished: Sep 03, 2019 08:39:50 pm

Submitted by:

Ramdinesh Yadav

महाराष्ट्र दौरे पर आये कर्नाटक के मुख्यमंत्री बी एस येदियुरप्पा और मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के बीच बैठक
मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के निवास स्थान वर्षा पर दोनों के बीच बैठक हुई।
येदियुरप्पा के साथ कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री सी एन अश्वतनारायण तथा गृह मंत्री भासवराज बोम्मई तथा महाराष्ट्र के जलसंपदा मंत्री गिरीश महाजन , ऊर्जा मंत्री चंद्रशेखर बावनकुले भी उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के निवास वर्षा पर येदुरप्पा ने किया बाप्पा का दर्शन

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मुंबई। महाराष्ट्र और कर्नाटक के सीमावर्ती भागों में बाढ़ आपदा से बचने के लिए हाई लेवल कमिटी गठिति की जाएगी। दोनों राज्य के बीच बांध प्रबंधन के लिए समिति गठित की जाएगी। महाराष्ट्र दौरे पर आये कर्नाटक के मुख्यमंत्री बी एस येदियुरप्पा और मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के बीच बैठक के बाद यह निर्णय लिया गया। मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के निवास स्थान वर्षा पर दोनों के बीच बैठक हुई। इस मौके पर येदियुरप्पा के साथ कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री सी एन अश्वतनारायण तथा गृह मंत्री भासवराज बोम्मई तथा महाराष्ट्र के जलसंपदा मंत्री गिरीश महाजन , ऊर्जा मंत्री चंद्रशेखर बावनकुले भी उपस्थित थे। महाराष्ट्र के पश्चिम भाग में कोल्हापुर , सतारा , सांगली और पुणे में आई बाढ़ आपदा के लिए अल्माटी अलमट्टी बांध को जिम्मेदार बताया गया था। कर्नाटक सरकार ने कृष्णा नदी पर बने बाँध से पानी नहीं छोड़ा था जिस वजह से पश्चिम महाराष्ट्र बाढ़ आई थी। लेकिन बाद में देवेंद्र फडणवीस के गुजारिश के बाद कर्नाटक के मुख्यमंत्री ने पानी छोड़ा था। दोनों राज्यों में पानी की समस्या निपटाने और बांध प्रबंधन सही पद्धति से किये जाने को लेकर अब जोर दिया है। समिति के सुझाव को माना जायेगा। ऐसा विश्वास दोनों ने व्यक्त किया था।
इस मौके पर आंध्र प्रदेश और तेलंगाना के कृष्ण नदी के पानी के बटवारे की मांग का विरोध करने का भी फैसला दोनों राज्यों की सरकारों ने किया। दोनों राज्य एक ही भूमिका में होंगे कि तेलंगाना और आंध्र प्रदेश को कृष्णा नदी का पानी नहीं लेने देंगे।
इस मौके पर येदियुरप्पा के साथ उनके मंत्रियों ने वर्षा पर विराजमान गणपति बाप्पा का दर्शन किये। पूजा अर्चना के बाद ही फडणवीस के साथ चर्चा किया।
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