maha: मजबूर 6 किसानो ने जिलाधिकारी के सामने पी लिया जहर
मुंबईPublished: Aug 05, 2019 08:25:35 pm
मुवावजा नहीं मिलने से मजबूर 6 किसानो ने जिलाधिकारी के सामने पी लिया जहर दो वर्षों से मुवावजे के लिए काट रहे थे चक्कर। धुले -कोलकाता महामार्ग में गई है इनकी जमीन कांग्रेस ने लगाया लापरवाही का आरोप
maha: मजबूर 6 किसानो ने जिलाधिकारी के सामने पी लिया जहर
मुंबई।राज्य में किसान कर्जमाफी सहित तमाम योजनाओ से किसान आत्महत्या रोकने का दावा कर रही भाजपा नेतृत्व वाली युति सरकार के योजनाओं में अन्याय झेल रहे किसान आज भी बड़ी संख्या में आत्महत्या करने को मजबूर हैं। सोमवार शाम अकोला जिले में अधिकारीयों की मनमानी से परेशान 6 किसानो ने जिलाधिकारी कार्यालय में ही जहर पी कर आत्महत्या का प्रयास किया। जहर पीने के बाद मूर्छित होकर गिरे सभी किसानो को इलाज के लिए जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। दो किसान गंभीर बताये जा रहे हैं। इन किसानो के खेत से गुजर रहे राष्ट्रीय महामार्ग के विस्तारीकरण योजना में इनकी अधिक जमीन को अधिग्रहण किया गया है लेकिन इनके जमीन के मुवावजे इन्हे नहीं दिए गए हैं। पिछले दो वर्षों से अपनी जमीं को योजना में जाने के बाद मुवावजे के लिए लगभग 40 किसान जिलाधिकारी कार्यालय में चक्कर काट रहे थे। कई बार उन्हें आश्वासन दिया गया। लेकिन सोमवार को सुबह ही उन्हें नोटिस देकर कहा गया कि मुवावजे की रकम उन्हें नहीं मिलेगी। जिसके बाद उक्त किसानो के पाँव के निचे से जमीं खिसक गई। हताश होकर 6 किसानो ने आत्महत्या करने का प्रयास किया। जिले के बालपुर तालुका के एक गांव से किसान हैं। पिछले दो वर्षों से इन्हे मुवावजा के लिए अधिकारी घुमा रहे थे , नतीजन प्रशासन के इस रवैये से तंग आकर 6 किसानो ने एक साथ जिला कार्यलय में अतिरिक्त जिलाधिकारी नरेंद्र लोनकर के कार्यालय में ही जहर पी लिया।
अकोला जिले में कांग्रेस नेता सुधीर धोने ने बताया कि किसानो ने कई बार जिलाधिकारी और अन्य लोगों से मिलकर अपने मुवावजे की रकम माँगा था। लेकिन सरकार के अधिकारी उन्हें अवैध बताकर मुवावजा देने से इंकार कर रहे है। किसान परेशान हैं , इनके हिस्से के मुवावजे भी अधिकारी देने में नानुकुर कर रहे है। उक्त महामार्ग के विस्तारीकरण योजना से बहुत से किसान प्रभावित हुए हैं। शुरुवात है अभी ऐसे कई किसान है.