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Maha News: आयकर विभाग का गजब खेल : मजदूर को एक करोड़ पांच लाख का दिया नोटिस

locationमुंबईPublished: Jan 16, 2020 07:45:16 pm

Submitted by:

Ramdinesh Yadav

परिसर में आरएस टेकड़ी (Kalyan RS tekadi) पर रहने वाला भाऊसाहब अहीरे(Bhau Ahire) दिहाड़ी मजदूर Labour) का काम करता है। उसके परिवार में पत्नी के अलावा तीन बच्चे भी हैं। तीन से चार सौ रुपए( tree to foure hundrade) रोज कमाकर( INCOME) वह परिवार का पालन-पोषण करता है। झोपड़ी में रहकर गुजारा करने वाले इस मजदूर को आयकर विभाग( income tax) ने एक नहीं, बल्कि दो-दो नोटिस भेजकर एक करोड़ पांच लाख रुपए का टैक्स भरने का फरमान जारी किया है।

Maha News: आयकर विभाग का गजब खेल : मजदूर को एक करोड़ पांच लाख का दिया नोटिस

Maha News: आयकर विभाग का गजब खेल : मजदूर को एक करोड़ पांच लाख का दिया नोटिस

आयकर विभाग ने मुंबई से सटे कल्याण में रहने वाले दिहाड़ी को एक करोड़ पांच लाख रुपए का टैक्स भरने का नोटिस दिया है। इससे पूरे क्षेत्र में खलबली मच गई।कल्याण के मोहने स्थित गालेगांव परिसर में आरएस टेकड़ी पर रहने वाला भाऊसाहब अहीरे दिहाड़ी मजदूर का काम करता है। उसके परिवार में पत्नी के अलावा तीन बच्चे भी हैं। तीन से चार सौ रुपए रोज कमाकर वह परिवार का पालन-पोषण करता है। झोपड़ी में रहकर गुजारा करने वाले इस मजदूर को आयकर विभाग ने एक नहीं, बल्कि दो-दो नोटिस भेजकर एक करोड़ पांच लाख रुपए का टैक्स भरने का फरमान जारी किया है।
नोटिस मिलने के बाद से भाऊ साहब का पूरा परिवार परेशान है। अंग्रेजी में मिले इस नोटिस के बारे में पहले तो पूरे परिवार को कुछ समझ ही नहीं आया। बाद में किसी से पढ़वाने पर पूरा माजरा समझ में आया। यह नोटिस कल्याण क्षेत्र के वार्ड-3 (1) में स्थित कर विभाग के कार्यालय से जारी किया गया है। इस पर नोटिस जारी करने वाले स्थान पर कर विभाग अधिकारी विश्वजीत राय का नाम अंकित है।
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नोटबंदी में खुलाया था बैंक में खाता

जानकारी में सामने आया कि वर्ष 2016 में नोटबन्दी के दौरान भाऊ साहब के नाम से किसी ने मुंबई के एक बैंक में खाता खुलवाया लिया। इस खाते से बकायदा लाखों रुपए का लेन-देन भी हुअा। लेकिन, दिहाड़ी मजबदूर अहीरे को न तो बैंक खाते और न ही उसमें हुए लेन-देन के बारे में कुछ पता है। उसने बताया कि कल्याण से आगे मुंबई की तरफ कभी गया ही नहीं। ऐसे में बैंक खाते की जानकारी सरासर गलत है।
मजदूर ने लगाई गुहार, हो जांच

यहां सवाल उठता है कि दिहाड़ी मजदूर के नाम पर बैंक में खाता कैसे और किसने खुलवाया। इतना ही नहीं, खाता खुला भी तो लाखों रुपए का लेन-देन किसने किया। फिलहाल कुछ समाजसेवियों और कानूनी सलाहकारों की राय से दिहाड़ी मजदूर भाऊ साहबअहीरे ने पुलिस और आयकर विभाग को पत्र लिखकर जांच की मांग की है।

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