सी लिंक(BWSL) से सट कर बनेगा देश में पहला फेरिस (Ferrise Wheel) झुला होगा . बांद्रा -वरली सी लिंक ( Bandra -Worli Sea Link)के बांद्रा ( Bandra )की छोर पर टोल नाके(Toll naka) से सटे हुए रिक्त ठिकाने पर बनाया जाएगा . इसे मुंबई में विदेशों से आने वाले पर्यटकों (Tourist)एक बेहतर विकल्प मिलेगा . एक ठिकाने पर जाकर वे मुंबई के तमाम हिस्से को देख सकेंगे .
Maha News : लन्दन और सिंगापुर की तर्ज पर बनेगा मुंबई आइ ,एक विशाल फेरिस झुला
मुंबई। मुंबई शहर और उपनगर को जोड़ने वाले समुंदरी पुल बांद्रा वरली सी लिंक के पास लगभग 160 -170 मीटर उंचाई से मुंबई को देखने का परिदृश्य कैसा होगा . यह सोचकर भी रोमांच से मन भर उठता है . ऐसा ही नजारा दिखाने के लिए राज्य सरकार ने एक विशाल फेरिस व्हील ( फेरिस झुला ) बनाने का निर्णय लिया है . जी हां यह देश का पहला फेरिस झुला होगा जिसे लन्दन आइ की तर्ज पर बनाया जाएगा और उसका नाम मुंबई आइ होगा . इससे पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा , एक ठिकाने से काफी उंचाई पर जाकर लोग मुंबई के विभिन्न हिस्से को देख सकेंगे . बुधवार को मंत्रिमंडल की बैठक में इस सन्दर्भ में चर्चा हुई है .
इस बारे में अधिक जानकारी देते हुए उपमुख्यमंत्री मंत्री अजित पवार ने कहा कि सरकार ने लंदन और सिंगापूर की तर्ज पर मुंबई आइ (मुंबई आँख ) बनाने का निर्णय लिया है . बांद्रा -वरली सी लिंक के बांद्रा की छोर पर टोल नाके से सटे हुए रिक्त ठिकाने पर यह बनाया जाएगा . इसके सर्वेक्षण के लिए निर्देश दिया गया है . सर्वेक्षण रिपोर्ट के बाद ही उसकी उंचाई और अन्य विषयों पर निर्णय हो सकेगा . लेकिन सरकार उक्त ठिकाने पर मुंबई आइ बनाकर पर्यटन को बढ़ावा देने के पक्ष में है . यह बहुत ही रोचक परियोजना होगी . इससे मुंबई में विदेशों से आने वाले पर्यटकों एक बेहतर विकल्प मिलेगा . एक ठिकाने पर जाकर वे मुंबई के तमाम हिस्से को देख सकेंगे .
सबसे पहले यह कांसेप्ट लन्दन में आया .वर्ष 2000 में दक्षिण लन्दन में नदी के किनारे कोकाकोला लन्दन आइ का निर्माण किया गया .यहां बने 135 मीटर ऊँचे और120 मीटर व्यास वाला फेरिस व्हील( झुला ) से लोग पूरा लन्दन देखते हैं .उस समय यह दुनिया का सबसे बड़ा फेरिस व्हील था वहा बड़ी संख्या में पर्यटकों के आने के बाद नन्चंग में वर्ष 2006 में 160 मीटर ऊँचा बनाया गया , वर्ष 2008 में सिंगापूर में 165 मीटर उंचा बनाया गया . और फिर वर्ह्स 2014 में लास वेगास में 167 मीटर उंचा बनाया गया .
नन्चंग और सिंगापूर में सबसे चौड़ा और ब्रेकेट के तरह नए आकर्षक स्टाइल में बनाया गया है . जबकि बाकि ठिकानो पर अभी सरल और साधारण फेरिस बनाया गया है .