राज्यसभा सांसद राउत ने ट्वीट के साथ न किसी नेता का नाम लिया है न पार्टी के नाम का ही जिक्र किया है। लेकिन, उनका इशारा सीधे भाजपा की तरफ है। उन्होंने कहा कि सीएए और एनआरसी के खिलाफ देश भर मेें प्रदर्शन हो रहे हैं। बावजूद इसकेे सरकार अपनेे फैसले पर अड़ी है। इतना घमंड अच्छा नहीं होता। राउत के ट्वीट को झारखंड में भाजपा की हार से जोड़ कर भी देेखा जा रहा है।
उल्लेखनीय है कि महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव भाजपा-शिवसेना ने मिल कर लड़ा था। कई छोटे दलों को मिला कर महायुति बनाई गई थी। विधानसभा चुनाव मेें महायुति को सरकार बनाने का जनादेश मिला था। लेेकिन, चुनाव नतीजों की घोषणा के बाद शिवसेना ढाई-ढाई साल के लिए मुख्यमंत्री (सीएम) बनाने की मांग पर अड़ गई। भाजपा सीएम की कुर्सी छोडऩे के लिऐ राजी नहीं हुई। इसके बाद कांग्रेस और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के साथ मिल कर शिवसेना ने महाराष्ट्र मेें सरकार बनाई।
पहले भी कर चुकेे हैं ट्वीट से वार
विधानसभा चुनाव नतीजों की घोषणा के बाद सीएम की कुर्सी को लेकर जब महायुति सरकार का पेच फंसा तभी सेे राउत भाजपा पर हमलावर हैं। शेरो-शायरी के माध्यम से कई बार उन्होंने भाजपा पर हमला बोला। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) अध्यक्ष शरद पवार के साथ राउत ने ही नए गठबंधन की खिचड़ी पकाई।