देश के सबसे हाई प्रोफ़ाइल केस सोहराबुद्दीन इनकाउंटर मामले की जांच सीबीआई के विशेष अदालत के जज बीएच लोया कर रहे थे, लेकिन नागपुर में अचानक उनकी मौत ने सभी को चौंका दिया था। लोया प्रकरण में भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष और केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह भी अभियुक्त थे, उन्हें भी कई बार कोर्ट में बुलाया गया था। बंद हो चुके लोया प्रकरण की फ़ाइल को अब राज्य की महाविकास अघाड़ी सरकार पुन: खोलेगी। इस प्रकरण पर राज्य के गृह मंत्री अनिल देशमुख ने इसके दोबारा खोलने का संकेत दिया है।
सोहराबुद्दीन इनकाउंटर प्रकरण की सुनवाई सीबीआई विशेष न्यायालय में चल रही थी। इस कोर्ट में जस्टिस लोया प्रमुख न्यायाधीश थे। उन्होंने कई बार भाजपा के तत्कालीन राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह को न्यायालय में पेश होने का निर्देश दिया था, लेकिन अमित शाह पेश नहीं हुए थे। इस बात के लिए नाराजगी व्यक्त करते हुए लोया ने सख्त रुख अपनाया था। मामले की अंतिम सुनवाई से पहले नागपुर में एक सहयोगी के बेटी की शादी में शामिल होने पहुंचे थे। इसी दौरान एक दिसंबर, 2014 को उनकी हार्टअटैक से मौत हो गई थी। ऐसा उनके चार सहयोगियों ने बताया है, लेकिन विपक्ष में रहे कांग्रेस और एनसीपी का आरोप था कि लोया की हत्या की गई है। हालांकि जांच में कुछ नहीं मिला, सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद लोया प्रकरण की फ़ाइल बंद कर दी गई। कुछ लोगों ने सुप्रीम कोर्ट में जाकर फ़ाइल पुन: खोलने की मांग की थी, लेकिन मुख्यन्यायाधीश ने याचिका को नकार दिया था।