ठाकरे ने मंगलवार को कहा कि सीएए के लागू होने से किसी को परेशान होने की जरुरत नहीं है। उन्होंने कहा, ‘सीएए और एनआरसी दोनों अलग-अलग हैं और एनपीआर अलग है। किसी को भी सीएए लागू होने से चिंता करने की जरुरत नहीं है। सीएए से कोई नुकसान नहीं है। लेकिन एनआरसी लागू नहीं करेंगे।’ उद्धव ने सीएए के पक्ष में दिखे।
उद्धव के इस बयान के बाद शरद पवार ने कहा कि संसद में हमने सीएए के खिलाफ वोट किया था। हम इसके खिलाफ है , सीएए को लेकर महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे का अपना नजरिया हो सकता है लेकिन जहां तक एनसीपी का सवाल है तो वह सीएए के खिलाफ है। सत्ता में शामिल तीनो दलों की संयुक्त बैठक में अंतिम निर्णय होगा।
उल्लेखनीय है कि
एनआरसी लागू नहीं करेंगे
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री ने कहा, ‘यदि एनआरसी लागू किया जाता है तो इससे न केवल हिंदू या मुस्लिम बल्कि आदिवासी भी प्रभावित होंगे। केंद्र सरकार ने अभी तक एनआरसी पर बातचीत नहीं की है। एनपीआर एक जनगणना है और मुझे नहीं लगता कि इससे कोई भी प्रभावित होगा क्योंकि यह हर दस साल में होता है।’