बाढ़ प्रभावितों के मदद के लिए केंद्र से 6 हजार करोड़ की मदद मांगेगी महाराष्ट्र सरकार
मुंबईPublished: Aug 13, 2019 11:42:35 pm
एक अगस्त से 9 अगस्त तक हुई भारी बरसात से तबाही आ गई है।
पश्चिम महाराष्ट्र और कोकण प्रांत में भारी नुक्सान हुआ है।
लोगों के घर गिर गए हैं , जानवर बह गए हैं। वे पूरी तरह से सड़क पर आगये हैं।
ऐसे में सरकार इन्हे घर बनाने के लिए मदद देगी।
maha:बाढ़ प्रभावितों के मदद के लिए केंद्र से 6 हजार करोड़ की मदद मांगेगी राज्य सरकार
मुंबई। राज्य में बाढ़ आपदा में हुई तबाही के बाद पश्चिम महाराष्ट्र को पुनः पटरी पर लाने के लिए राज्य सरकार केंद्र से 6 हजार करोड़ रूपये की मदद मांगेगी। केंद्र को जल्द ही इस सन्दर्भ में प्रस्ताव मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस देंगे। साथ ही बाढ़ आपदा में जिनके घर गिर गए है उन्हें घर बनाने का पूरा खर्च सरकार देगी। मंगलवार को कैबिनेट की बैठक के बाद पत्रकारों को जानकारी देते हुए फडणवीस ने कहा कि राज्य में एक अगस्त से 9 अगस्त तक हुई भारी बरसात से तबाही आ गई है। पश्चिम महाराष्ट्र और कोकण प्रांत में भारी नुक्सान हुआ है। लोगों के घर गिर गए हैं , जानवर बह गए हैं। वे पूरी तरह से सड़क पर आगये हैं। ऐसे में सरकार इन्हे घर बनाने के लिए मदद देगी।
फडणवीस ने कहा कि केंद्र से बाढ़ आपदा को लेकर मांगी गई मदद दो भागों में बांटी गई है। सतारा , सांगली और सहित पश्चिम महाराष्ट्र के लिए 4700 करोड़ रूपये मांगे गए है जबकि मुंबई , रायगढ़ , ठाणे , पालघर के लिए 2183 करोड़ रूपये की मदद मांगी गई है। हालाँकि केंद्र कितना मदद सुनिश्चित करेगा , यह तय नहीं है। इसमें राहत कार्य , मृतकों के परिजनों को मदद , जानवरों के लिए मदद , घर बनाने के लिए , सड़क निर्माण आदि कार्यों का उल्लेख किया है।
उल्लेखनीय है कि अगस्त महीने की शुरवात से ही 9 तारीख तक जम कर महाराष्ट्र के कुछ हिस्सों में बारिश हुई। पश्चिम महाराष्ट्र पूरी तरह से तबाह हो गया तो कोकण प्रान्त भी डूब कर निहाल हो गया। उक्त क्षेत्रों में भारी नुक्सान हुआ है। सड़के , रस्ते , पुल सहित रेल पटरियों के बड़े नुक्सान हुआ हैं। बड़ी संख्या मरे हैं , घर द्वार बाह गए , जानवर डूबकर मर गए। ऐसी त्रासदी से लोग सन्न रह गए हैं।