निसार तंबोली ने आगे बताया कि इन मामलों में अब तक कम से कम 23 लोगों को हिरासत में लिया जा चूका है और आने वाले दिनों में और गिरफ्तारियां हो सकती है।
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निसार तंबोली के मुताबिक, शिकायतें मिलने के बाद हमारी टीम ने उन लोगों के खिलाफ कार्रवाई शुरू कर दी है, जो खुद के आरटीआई कार्यकर्ता बता रहे हैं। ये लोग राज्य सचिवालय मंत्रालय (मुंबई में) सहित अलग-अलग इलाकों पर सरकारी अधिकारियों के साथ-साथ निजी व्यक्तियों के खिलाफ आरटीआई दाखिल करते थे और उनसे पैसे की मांग करते थे। निसार तंबोली ने आगे कहा कि जांच के दौरान पता चला कि 10-15 पीड़ितों ने इनमें से कुछ आरोपियों के खिलाफ पुलिस से संपर्क किया था। नांदेड़ के देगलुर पुलिस थाने में कुछ पीड़ितों ने दो लोगों के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी, जिसके बाद दोनों के खिलाफ एफआईआर दर्ज किया गया था।
बता दें कि पुलिस महानिरीक्षक निसार तंबोली ने आगे बताया कि, आरोपियों के घरों की तलाशी के बाद पुलिस के हाथों कई फर्जी आरटीआई दस्तावेज लगे। गिरफ्तार हुए आरोपियों में से कुछ आरोपियों के पास शस्त्र लाइसेंस और कुछ के पास पुलिस सुरक्षा थे। हिरासत में लेने के बाद आरोपियों की पुलिस सुरक्षा हटा दी गई है और उनके लाइसेंस को जब्त कर लिया गया हैं। सभी आरोपियों को जबरन वसूली करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है।