इससे पहले सुबह आठ बजे राष्ट्रीय गीत वंदे मातरम के साथ सत्र की शुरुआत की गई।
सदन में कार्यवाहक अध्यक्ष कालीदास कोलांबकर ने बबनराव पचपुते, विजयकुमार गवित और राधाकृष्ण विखे पाटील को सदस्यों को शपथ दिलाने के लिए पीठासीन अधिकारी नियुक्त किया। सदस्यों को वरिष्ठता क्रम के अनुसार शपथ दिलाई गई। पीठासीन अधिकारी पचपुते और गावित ने सबसे पहले शपथ ली और फिर इसके बाद कार्यवाहक मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने शपथ ली। 14 वें विधानसभा में जीतकर आए हुए 288 सदस्यों में से उपस्थित 285 सदस्यों को दोपहर एक बजे तक पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई गई। भाजपा के विधायक सुधीर मुनगंटीवार और स्वाभिमानी शेतकरी संघटना के देवेंद्र भुयार अनुपस्थित होने के कारण शपथ विधि में शामिल नहीं हो पाए। सुधीर मुनगंटीवार की लड़की की शादी आगामी एक दिसंबर को होनेवाली है, उसी की भाग-दौड़ की वजह से वह शपथ समारोह में शामिल नहीं हो पाए। जबकि देवेंद्र भूयार को विधानभवन में पहुंचे में देरी होने के कारण वह सभागृह में शपथ नहीं ले पाए।
दो सदस्य देरी से पहुंचे, अध्यक्ष के चेंबर में ली शपथ
विधान सचिव राजेंद्र भागवत ने बताया कि दो सदस्यों महेश बालदी (निर्दलीय), मोहम्मद इस्माइल (एआईएमआईएम) को बुधवार को सदन स्थगित होने के बाद पहुंचे। इस वजह से उन्हें विधानसभा अध्यक्ष के चैंबर में शपथ दिलाई गई। इनमें से इस्माइल यातायात जाम में फंसने के कारण विलंब से पहुंचे जबकि रायगढ़ जिले के उरण से विधायक बालदी इसलिए देरी से पहुंचे क्योंकि वह अलीबाग से मुंबई आने के लिए जिस नौका में सवार हुए थे उसमें कुछ खराबी आ गई थी।
अध्यक्ष का चुनाव 30 को
भागवत ने बताया कि मंत्रिमंडल की बैठक के बाद अध्यक्ष के चुनाव के लिए तारीख पर फैसला लिया जाएगा। बृहस्पतिवार को शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे के मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ लेने के बाद मंत्रिमंडल की बैठक होगी। कांग्रेस में सूत्रों ने बताया कि अध्यक्ष पद के लिए चुनाव 30 नवंबर को होगा। इससे पहले सुबह (राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी) एनसीपी सांसद सुप्रिया सुले ने सत्र शुरू होने से पहले विधान भवन के प्रवेश द्वार पर अजित पवार और पार्टी विधायक रोहित पवार से मुलाकात की।
पहली बार पहुंचे विधायकों के चेहरे पर थी चमक
सभागृह में बुधवार को कई ऐसे नवनिर्वाचित सदस्य पहुंचे जो पहली बार जीत कर सभागृह आए थे। विधान भवन के प्रवेशद्वार पर सांसद सुप्रिया सुले ने खड़े होकर इन विधायकों का स्वागत किया। सुप्रिया सुले ने पूर्व मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस, आदित्य ठाकरे, रोहित पवार और अजित पवार आदि समेत कई विधायकों का स्वागत किया। पूर्व विधानसभा अध्यक्ष दिलीप वाल्से पाटील (एनसीपी) तथा हरीभाऊ बागड़े (भाजपा) पहले शपथ लेने वालों में शामिल रहे। अजित पवार जब शपथ लेने के लिए मंच पर गए तो एनसीपी सदस्यों ने मेज थपथपाकर उनका स्वागत किया। मुंबई की वरली सीट से चुनाव जीतकर पहली बार विधायक बने शिवसेना नेता आदित्य ठाकरे को विभिन्न दलों की ओर से बधाई दी गई। भाजपा से बागी होकर चुनाव जीती विधायिका पूर्व महापौर गीता जैन पहली बार जीत कर विधानसभा पहुंची है। उन्होंने मीरा भायंदर सीट से भाजपा के नरेन्द्र मेहता को पराजित किया। निर्दलीय जीतने के बाद जब वह विधानसभा पहुंची तो सीढिय़ों पर कदम रखने से पहले सिर रखकर नमन किया, ठीक उसी तरह जब पहली बार चुनाव जीतकर पीएम मोदी लोकसभा में पहुंचे थे। ध्यान में हो कि उन्होंने जीतने के बाद फडणवीस को समर्थन देने का संकेत दे दिया था।
शपथ समारोह के समय तीन पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस, पृथ्वीराज चव्हाण और अशोक चव्हाण सहित कई पहली बार जीते विधायकों आदित्य ठाकरे, रोहित पवार (एनसीपी), ऋतुराज पाटील, धीरज देशमुख (कांग्रेस)ने विधायक पद की शपथ ली। इसके अलावा पूर्व उपमुख्यमंत्री अजित पवार, जयंत पाटील, छगन भुजबल, चंद्रकांत पाटील, विजय वडेट्टीवार, भास्कर जाधव, राधाकृष्ण विखे पाटील, एकनाथ शिंदे, गणेश नाईक सहित कई वरिष्ठ विधायकों ने शपथ ली।